Prayagraj Maha Kumbh 2025: महाकुंभ 2025 को लेकर सोशल मीडिया पर फेक न्यूज़ फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है. महाकुंभ नगर पुलिस ने ‘एक्स’ और इंस्टाग्राम पर झूठी और भ्रामक खबरें फैलाने के आरोप में 8 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. पुलिस के अनुसार, इन लोगों ने सोशल मीडिया पर झूठे दावे किए, जिससे लोगों में डर और भ्रम की स्थिति पैदा हो सकती थी. आरोपियों ने एक पोस्ट में महाकुंभ 2025 को “मौत का मेला” बताया था.
इस पोस्ट में दावा किया गया कि एक ही परिवार के तीन लोगों की भगदड़ में मौत हो गई और उनके रिश्तेदारों को शव कंधे पर उठाकर ले जाने पड़े. लेकिन जब पुलिस ने इस वीडियो की जांच की तो पाया कि यह वीडियो नेपाल का था और इसका महाकुंभ से कोई संबंध नहीं था.
UP सरकार की छवि खराब करने की कोशिश
इसी तरह, एक इंस्टाग्राम यूजर ने एक वीडियो पोस्ट कर दावा किया कि महाकुंभ में मरने वाले श्रद्धालुओं के शव गंगा में बहाए जा रहे हैं और कुछ लोगों की किडनी निकालकर उन्हें नदी में फेंक दिया जा रहा है. पुलिस ने इस दावे को पूरी तरह झूठा बताया और कहा कि यह महाकुंभ और उत्तर प्रदेश सरकार की छवि खराब करने की कोशिश है.
अफवाहें फैलाने वालों पर कड़ी नजर
एसएसपी (कुंभ) राजेश द्विवेदी ने बताया कि इस तरह की अफवाहें फैलाने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है. पुलिस ने कोतवाली महाकुंभ नगर थाने में शिकायत दर्ज कर ली है और आगे की जांच जारी है. पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही किसी भी अफवाह पर भरोसा न करें और केवल आधिकारिक स्रोतों से ही महाकुंभ से जुड़ी जानकारी प्राप्त करें.