शादी के बाद भी क्यों नहीं संंबंध बनाना चाहती थी सोनम, मेघालय पुलिस ने कमाख्या मंदिर वाला खोला ये राज
शिलांग :- मध्य प्रदेश के इंदौर निवासी राजा रघुवंशी और सोनम ने शादी तो कर ली थी, लेकिन क्या दोनों के बीच शारीरिक संबंध बने थे. इस पर मेघलाय पुलिस ने बड़ा दावा किया है. मामले में शामिल जांचकर्ताओं का दावा है कि दोनों के बीच एक शर्त की वजह से संबंध नहीं बने थे. उनके अनुसार सोनम ने राजा के सामने यह शर्त रखी थी कि वे दोनों पहले कामाख्या मंदिर जाएंगे, वहां पर पूजा अर्चना करेंगे, इसके बाद ही उनका विवाह परिपूर्ण हो सकेगा. शादी के बाद दोनों हनीमून मनाने के लिए मेघालय गए थे.
मेघालय पुलिस का कहना है कि अपनी योजना के अनुसार सोनम और उसके ‘प्रेमी’ राज कुशवाह ने जंगल वाले इलाके को चुना था, ताकि उनका काम आसान हो जाए. पुलिस ने कहा कि राजा को इसकी कोई खबर नहीं थी, लिहाजा वह सोनम की हां में हां मिलाता चला गया और उन्होंने हनीमून के लिए गुवाहाटी और मेघालय जाने की योजना बना ली थी.पुलिस ने कहा, सोनम ने अपने पति राजा को इस बात के लिए राजी किया कि शारीरिक संबंधों के जरिए शादी को परिपूर्ण करने से पहले उन्हें कामाख्या देवी मंदिर में पूजा-अर्चना करनी चाहिए.
आपको बता दें कि सोनम और राजा की शादी पिछले महीने 11 मई को इंदौर में हुई थी. शादी के बाद सोनम अपने ससुराल आई, लेकिन तुरंत ही वह मायके लौट गई. इसके बाद सोनम ने राजा को हनीमून पर जाने के लिए राजी कर लिया. सोनम ने राजा को मेघालय का नाम बताया. दोनों 20 मई को मेघालय पहुंचे थे. 23 मई को दोनों ही लापता हो गए. उनका अंतिम लोकेशन मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा में नोंग्रियात गांव में था.
दोनों परिवारों के बीच अफरा-तफरी का माहौल था. दो जून को मेघालय पुलिस ने वेइसाइडोंग वाटरफॉल के पास एक शव को बरामद किया. वह शव राजा का था. सोनम का कहीं अता-पता नहीं था. अचानक ही नौ जून को सोनम यूपी के गाजीपुर में प्रकट हो गई. उसने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया.
उसके सरेंडर करने से पहले ही पुलिस ने राजा की हत्या में शामिल तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया था. इनके नाम हैं- विशाल सिंह चौहान, आकाश राजपूत तथा आनंद कुर्मी. इन अपराधियों को शिलांग की एक कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने इन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया है.
क्योंकि तीनों ही अपराधियों को पुलिस पकड़ चुकी थी, लिहाजा ऐसे में सोनम के सामने और कोई रास्ता नहीं था कि वह छिपकर रह सकती थी. शक होने के बाद पुलिस ने सोनम के प्रेमी राज कुशवाह को भी गिरफ्तार कर लिया.
मेघालय पुलिस ने कहा कि सोनम ने पहले नोंग्रियात के घने जंगलों को जानबूझकर चुना था. उसका मानना था कि क्योंकि यह जंगल से भरा इलाका है, लिहाजा यहां पर वह जुर्म को अंजाम दे सकती है. पुलिस ने यह भी कहा कि सोनम ने 22 और 23 मई को भी कोशिश की थी, लेकिन बहुत संख्या में टूरिस्ट होने की वजह से वह ऐसा नहीं कर सकी.
जांचकर्ताओं ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि आरोपियों ने वेइसाडोंग फॉल्स के पास राजा को मार डाला और उसके शव को गहरी खाई में फेंक दिया. जांच में शामिल पूर्वी खासी हिल्स के एसपी विवेक सायम ने कहा कि 21 मई को हत्यारे गुवाहाटी पहुंचे थे. वहां पर उन्होंने गुवाहाटी में होटल के बाहर एक हथियार खरीदा और फिर वे शिलांग के लिए निकल पड़े. वे सड़क मार्ग से शिलांग पहुंचे, ताकि उन पर किसी को शक न हो.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्होंने मीडिया से जो भी जानकारी साझा की है, वह पुख्ता है और उसके प्रमाण सीसीटीवी में देखे जा सकते हैं. पुलिस ने बताया कि जिस दिन राजा की हत्या की गई थी, उस दिन सोनम और राज कुशवाहा एक दूसरे के संपर्क में थे. राज कुशवाहा ने तीनों हत्यारों से बार-बार बात किया और वह एक कॉओर्डिनेर की भूमिका निभा रहा था.
पुलिस ने इसकी भी पुष्टि कर दी है कि हत्या वाली जगह पर सोनम मौजूद थी. हत्या के बाद सोनम मॉकडोक से शिलांग पहुंची. वह वहां पर टैक्सी से पहुंची थी. इसके बाद वह पर्यटक टैक्सी से गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पहुंची. जबकि सोनम ने पूछताछ में बताया है कि वह शिलांग से सीधे इंदौर पहुंची थी.
पुलिस ने कहा कि यह सच है कि सोनम इससे पहले कभी भी मेघालय नहीं आई थी.
सोनम की मां ने बुधवार को मीडिया को बताया कि उसका बेटा राज कुशवाहा निर्दोष है. उन्होंने कहा कि उनका बेटा सोनम के पापा के यहां पर काम करता था, इसलिए वह अपनी मालकिन के बारे में कुछ सोच नहीं सकता है. सोनम के भाई ने भी राजा रघुवंशी के परिवार वालों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि वह अपनी बहन की करतूत पर बहुत ही शर्मिंदा है. उन्होंने यह भी कहा कि वे उनके साथ हैं, और दोनों परिवार मिलकर सोनम को कड़ी से कड़ी सजा दिलाएंगे.