26 जनवरी यानि गणतंत्र दिवस अब से कुछ ही दिन बाद में आने वाला है जिसे लेकर जोर शोर से तैयारियां की जा रही है। सन 1950 को हमारे देश का संविधान लागू हुआ था जिसके बाद से हर साल 26 जनवरी को ही गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। नियमानुसार पूरे देश भर में इसी दिन गणतंत्र दिवस मनाया जाता है लेकिन एक जगह ऐसी है जहां 26 जनवरी नहीं बल्कि 29 जनवरी को मनाया जाता है।
धर्मनगरी उज्जैन में एक मंदिर ऐसा है, जहां इस बार गणतंत्र दिवस 26 को नहीं, बल्कि 29 जनवरी को मनाया जाएगा। यह पहली बार नहीं है, बल्कि हर साल यहां गणतंत्र दिवस अलग तिथियों पर ही मनाया जाता है। ऐसा करने के पीछे मंदिर प्रशासन की अपनी खास वजह है। दरअसल, कई दशकों से बड़े गणेश मंदिर में तारीखों पर नहीं, बल्कि तिथियों के अनुसार राष्ट्रीय पर्व और त्योहार मनाए जाते हैं।
इस बार गणतंत्र दिवस की तिथि भी 29 जनवरी को पड़ रही है, जिस कारण यहां 29 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार मंदिर के सेवादार कहते हैं कि अंग्रेजी तारीख के मुताबिक तीज, त्योहार, वर्षगांठ मनाने की परंपरा शास्त्रों में नहीं है, हमें पंचांग के अनुसार ही इन्हें मनाना चाहिए। मंदिर में ऐसा वर्षों से होता आ रहा है।
ज्योतिषी ने बताया कि 26 जनवरी 1950 को भारत में जब संविधान लागू किया गया था, उस दिन माघ मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि थी। इस बार यह तिथि 29 जनवरी को पड़ रही है, इसलिए इसी तिथि को उज्जैन के बड़े गणेश मंदिर में गणतंत्र दिवस धूमधाम के मनाया जाएगा। साथ ही प्रथम पूज्य गणेश से देश की सुख-समृद्धि व खुशहाली की कामना की जाएगी।
बताया कि इस दिन मंदिर के शिखर पर नया ध्वज चढ़ेगा और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को भी याद किया जाएगा। बड़े गणेश मंदिर में सिर्फ इसी साल नहीं, बल्कि हर साल तीज-त्योहार और राष्ट्रीय पर्व पंचांग के अनुसार ही मनाए जाते हैं। पिछले साल भी गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम यहां 9 फरवरी को आयोजित किया गया था। उस दिन मंदिर परिसर में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया था।