अंबिकापुर : अंबिकापुर जिले में निजी स्कूल की मनमानी का मामला सामने आया है। यहां गांधी जयंती के दिन स्कूल में छुट्टी होने के बाद भी प्रबंधन ने स्कूल में छात्रों को बुलाकर धर्मसभा का आयोजन किया गया। इस मामले की जानकारी के बाद कलेक्टर ने स्कूल प्रबंधन को नोटिस जारी कर किया है। बताया जा रहा है कि इस पूरे प्रकरण को लेकर स्कूल के प्रिंसिपल ने भी शिक्षा विभाग को गुमराह करने का प्रयास किया गया। डीईओं ने स्कूल प्रबंधन का जवाब आने के बाद आगे की कार्रवाई की बात कही है।
स्कूल में धार्मिक सभा के आयोजन का ये पूरा मामला अंबिकापुर के कार्मेल स्कूल का है। गौरतलब है कि 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के दिन राष्ट्रीय अवकाश घोषित था। बावजूद इसके इस अवकाश के दिन भी कार्मेल स्कूल में करीब 200 से अधिक बच्चों को स्कूल प्रबंधन ने ड्रेस में बुलाया गया था। बताया जा रहा है कि बकायदा बच्चों को धर्म की शिक्षा देने के लिए स्कूल में ईसाई धर्मगुरू भी बुलाए गए थे। अवकाश के दिन स्कूल में धर्मसभा के आयोजन की शिकायत कुछ पेरेंट्स ने कलेक्टर से की।
जिसके बाद कलेक्टर विलास भोस्कर के निर्देश पर जिला शिक्षाधिकारी अशोक सिन्हा, एसडीएम फागेश सिन्हा सहित अन्य अधिकारी पुलिस बल के साथ स्कूल पहुंचे। स्कूल को बंद कराकर छात्रों को वापस घर भेजा गया। बताया जा रहा है कि इस पूरे मामले की शिकायत के बाद डीईओं अशोक सिन्हा ने स्कूल की प्रिसंपल को मोबाइल पर काॅल कर जानकारी चाही गयी, तब उन्होंने बताया कि स्कूल में बच्चों को नहीं बुलाया गया है। जब जिला शिक्षा विभाग की टीम स्कूल पहुंची,तो मौके पर करीब 200 बच्चे ड्रेस में उपस्थित मिले। इनमें हिंदू धर्म के बच्चे भी शामिल थे।
वहीं जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग की टीम के मौके पर पहुंचते ही स्कूल प्रबंधन ने ईसाई धर्म गुरू को पूछताछ से पहले ही मौके से रवाना कर दिया गया। डीईओं और एसडीएम की टीम ने कलेक्टर को अपनी जांच रिपोर्ट पेश की है। रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर ने स्कूल को नोटिस जारी किया है। वहीं जिला शिक्षाधिकारी अशोक सिन्हा ने बताया कि स्कूल में चार हजार बच्चे पढ़ रहे हैं। इन बच्चों के भविष्य का सवाल है, इसलिए स्कूल पर सीधे कार्रवाई नहीं की जा रही है। नोटिस का जवाब मिलने के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।