रायपुर:- इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में सूटकेस में बंद युवक की लाश मिलने वाले सनसनीखेज हत्याकांड ने अब एक नया मोड़ ले लिया है। दिल्ली से गिरफ्तार किए गए आरोपी दंपति (अंकित उपाध्याय और उसकी पत्नी शिवानी शर्मा) को रायपुर पुलिस फ्लाइट से राजधानी लेकर आई। एयरपोर्ट पर दोनों ने मीडिया के सामने अपना चेहरा छिपाया, लेकिन सवालों से बचना उनके अपराध को और गहरा बना गया।
प्रॉपर्टी पर कब्जा या फिर आर्थिक लेनदेन का विवाद
पुलिस जांच के अनुसार, मृतक किशोर पैकरा का पुश्तैनी मकान रायपुर के हांडीपारा मेन रोड पर है। वह अकेले रहता था, मां की मौत हो चुकी थी और बहनें भी दूर थीं। वकील पेशे से आरोपी अंकित अक्सर किशोर की देखरेख करता था, खाना लाता, पानी पहुंचाता। पुलिस को शक है कि प्रॉपर्टी हड़पने के इरादे से ही उसकी हत्या की गई। किशोर की कोई सीधी वारिस नहीं थी और आरोपी यही फायदा उठाना चाहता था।
हत्या से पहले की गई सोची-समझी साजिश
मकसद साफ था – हत्या को इस तरह अंजाम देना कि किसी को भनक तक न लगे। इसके लिए आरोपी दंपति ने 19 जून को इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में एक फ्लैट किराए पर लिया। यहीं पर युवक की हत्या की गई। शव को पहले लाल रंग के सूटकेस में ठूंसा गया, फिर सीमेंट का प्लास्टर किया गया ताकि बदबू न फैले। बाद में यह सूटकेस एक स्टील ट्रंक में डालकर सुनसान झाड़ियों में फेंक दिया गया।
CCTV और दुकान की पहचान से फंसे आरोपी
पुलिस को ट्रंक पर हब्बू भाई नाम की स्टैंप मिली, जो गोलबाजार की एक दुकान की थी। वहां से मिली जानकारी और सीसीटीवी फुटेज के जरिए पुलिस ने दोनों आरोपियों की पहचान की। साथ ही, एक ई-रिक्शा और सफेद मोपेड की मदद से ट्रेस कर उन्हें दिल्ली में गिरफ्तार किया गया।
सोशल मीडिया पर इंस्टाग्राम रील्स
शिवानी शर्मा, जिसने पत्रकारिता और वकालत की पढ़ाई की है, सोशल मीडिया पर खूब एक्टिव रहती थी। उसने हाल ही में इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया – “कोई सवाल नहीं, कोई जवाब नहीं… दुनिया मेरी आंखों से देखो”। लेकिन ये शब्द अब एक संदिग्ध अपराध की पृष्ठभूमि बनते जा रहे हैं।

