नई दिल्ली : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गणतंत्र दिवस के मौके पर कर्तव्य पथ में तिरंगा फहराया. इस दौरान 21 तोपों की सलामी दी गई. समारोह में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए.
खास बात ये रही कि इस बार कर्तव्य पथ पर इतिहास बन गया. देश में पहली बार आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने परेड की सलामी ली. परंपरा के अनुसार, राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया और उसके बाद 21 तोपों की सलामी के साथ राष्ट्रगान हुआ. इसके बाद परेड की शुरुआत हो गई. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी कर्तव्य पथ पर स्वागत किया.
गणतंत्र दिवस के मौके पर पहली बार कर्तव्य पथ पर परेड हो रही है. इससे पहले इस जगह को राजपथ के नाम से जाना जाता था. इस परेड में ‘न्यू इंडिया’ की झलक दिखेगी. इसके साथ ही स्वदेशी सैन्य पराक्रम और नारी शक्ति का प्रदर्शन होगा. राज्यों की झांकियां में सांस्कृतिक विविधता दिखेगी. साथ ही वायुसेना के 50 विमान पराक्रम दिखाएंगे. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कर्तव्य पथ से राष्ट्र का नेतृत्व कर रही हैं. इस बार गणतंत्र दिवस पर मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी मुख्य अतिथि हैं.
#RepublicDay2023 | The detachment of the Main Battle tank Arjun of 75 Armoured Regiment marches down the Kartavya Path. This is being led by Captain Amanjeet Singh. pic.twitter.com/m0nSLoSexR
— ANI (@ANI) January 26, 2023