रायपुर : आपने अगर कभी न कभी यात्रा किया है। तो यह अनाउंसमेंट सुनी ही होगी। यात्रीगण कृपया ध्यान दें… से होकर गुजरने वाली यात्री गाड़ी विलंब से चल रही है। आपको हो रही असुविधा के लिए खेद है। इसके जगह अब छत्तीसगढ़ के लोगों को यह मान लेना चाहिये। यात्रीगण कृपया ध्यान दें …केद्र सरकार से होकर गुजरने वाली यात्री गाड़ी छत्तीसगढ़ से होकर नहीं गुजरेंगी। आपको हो रही असुविधा के लिए हमें खेद है।
केन्द्र आखिर कब तक छलता रहेगा। आखिर इसका अंत कब होगा। पिछले एक सालों में छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली लगभग 3000 हजारों ट्रेनों को रद्द किया जा चुका है। यहीं नहीं अभी ट्रेनों के रद्द होने का सिलसिला थमा नहीं है। ट्रेनों के रद्द के मद्देनजर यह कहना लाजिमी होगा। यात्रीगण कृपाया ध्यान देंवे केन्द्र सरकार से होकर गुजरने वाली यात्री ट्रेनें छत्तीसगढ़ से नहीं गुजरेगी।
रेलवे प्रदेश लोगों को सुविधाओं को दिनों दिन नजरअंदाज करता जा रहा है। लगातार यात्री गाड़ियों को कैंसिल करने का सिलसिला थमने का नाम न हीं ले रहा है। हद तो सितंबर माह में हो गई। जब छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली 474 ट्रेनों को रद्द किया गया। छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली ट्रेनों के रद्द होने से रेलवे लगभग 18 करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान हो चुका है।
वहीं रेलवे इस नुकसान के भरपायी के लिए लगातार मालगाड़ियों के फेरे में बढ़ोत्तरी कर रही है। पहले कोरोना संकट के चलते यात्री ट्रेनों को रद्द किया गया। जैसे ही कोरोना संकट खत्म हुआ। उसके पहले देश के कई राज्यों में बिजली संकट की खबरें तेज होने लगी। जिसकी आपूर्ति के लिए लगातार मालगाड़ियों के फेरे बढ़ने लगे।
अब जब सबकुछ सामान्य हो गया है। तब भी छत्तीसगढ़ को यात्री ट्रेनो की सुविधा मिल नहीं पा रही है। जिससे दिनों यात्री हलाकान हो रहे हैं। जिस पर किसी की ध्यान नहीं जा रही है। अब छत्तीसगढ़ में यह लाईन चर्चा करते जा रही है। यात्रीगण कृपया ध्यान देवें, केन्द्र सरकार से होकर गुजरने वाली यात्री ट्रेनें छत्तीसगढ़ नहीं पहुच पाएगी।
देखें कब कितना हुआ रद्द
दिसंबर 156
जनवरी 135
फरवरी 94
मार्च 94
अप्रैल 146
मई 282
जून 378
जुलाई 313
अगस्त 440
सितंबर 474
अक्टूबर 57
नवंबर 36
(दिसंबर- जनवरी अप्राप्त)