नई दिल्ली :- टेलीकॉम कंपनियां एक बार फिर मोबाइल रिचार्ज प्लान्स की कीमतों में बढ़ोतरी करने की तैयारी में हैं। जुलाई 2024 में हुई पिछली बढ़ोतरी के बाद, अब साल 2025 के अंत तक एक और टैरिफ वृद्धि की संभावना जताई जा रही है।
कब और कितनी बढ़ेगी कीमतें
टेलीकॉम इंडस्ट्री के जानकारों के भारती एयरटेल, रिलायंस जियो और वोडाफोन आइडिया जैसी कंपनियां 2025 के आखिर तक मोबाइल टैरिफ में 10 से 12 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी कर सकती हैं। यह बढ़ोतरी खासतौर पर मिड और प्रीमियम सेगमेंट के यूजर्स को प्रभावित कर सकती है, जो ज्यादा डेटा और बेहतर स्पीड वाले प्लान का इस्तेमाल करते हैं।
क्यों बढ़ रहे हैं रिचार्ज प्लान के दाम
टेलीकॉम कंपनियों के इस फैसले के पीछे कई वजहें हैं:
राजस्व बढ़ाना: कंपनियां अपने एवरेज रेवेन्यू पर यूजर को बढ़ाना चाहती हैं। भारत में प्रति यूजर औसत आय अभी भी वैश्विक मानकों की तुलना में काफी कम है।
5G नेटवर्क का विस्तार: 5G सेवाओं के विस्तार और इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए कंपनियों को भारी निवेश की जरूरत है। इस खर्च को पूरा करने के लिए टैरिफ बढ़ाना एक महत्वपूर्ण कदम है।
मुनाफा बढ़ाना: कंपनियों का उद्देश्य अपने निवेश पर मिलने वाले रिटर्न को बेहतर बनाना है।
टियर-आधारित प्राइसिंग: कंपनियां इस बार एक नई रणनीति अपना सकती हैं, जिसमें ज्यादा डेटा पैक खरीदने वाले यूजर्स को प्रोत्साहित करने के लिए डेटा लिमिट कम की जा सकती है। इससे ग्राहकों को बार-बार डेटा पैक रिचार्ज करना पड़ेगा।
जुलाई 2024 में भी कंपनियों ने टैरिफ में 11% से 23% तक की बढ़ोतरी की थी। अब इस नई बढ़ोतरी से ग्राहकों की जेब पर और बोझ पड़ सकता है। हालांकि, कंपनियां इस बात का भी ध्यान रख रही हैं कि ग्राहकों का पलायन न हो।

