रायपुर : राजधानी रायपुर में आरबीआई की नियमों का खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। दरअसल छत्तीसगढ़ के सभी जिलों 10 रुपए का सिक्का चलन पर हैं। वहीं राजधानी रायपुर में विगत 5-6वर्षों से 10 रुपए का सिक्का चलन से गायब है। न कोई व्यापारी ले रहा है न कोई आम आदमी। इसकी शिकायत कई लोगों ने जिला प्रशासन से भी की, लेकिन किसी ने कोई सुध नहीं लिया है।
अचानक राजधानी रायपुर के कलेक्टर ने आदेश जारी किया कि 10 रुपए के सिक्के नहीं लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है। इससे यह सवाल उठता है कि आखिर कार 6 साल जिला प्रशासन नींद में क्यों थे। 10 रुपए के सिक्के नहीं लेने पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिला प्रशासन ने इस ओर क्यों ध्यान नहीं दिया गया और आरबीआई के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ते रहा।
इससे साफ है कि कही न कही जिला प्रशासन की उदासीनता रवैया के चलते आम आदमी को खामियाजा भुगता पड़ रहा है। बता दें कि राजधानी रायपुर में 10 रुपए के सिक्के नहीं लेने पर अब जिला प्रशासन सख्त कार्रवाई करने जा रही है। अगर कोई 10 रुपए के सिक्के को लेने से मना किया तो सीधा अब कार्रवाई की जाएगी। जब भी कोई ग्राहक 10 का सिक्का देता है तो सामने से दुकानदार यही कहता है ये नहीं चलता।
क्योंकि दुकानदार यही कहता कि हमसे ही ग्राहक नहीं लेते हम क्यों लें। हालांकि अब इस मामले पर जिला प्रशासन ने सख्त रुख अपनाने की बात कही है। रायपुर के कलेक्टर ने कहा है कि अगर कोई आरबीआई की जारी मुद्रा को लेने से इनकार करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि राजधानी रायपुर में करीब 5-6साल से 10 रुपए के सिक्कों का लेन-देन बंद है।
वही राजधानी के किसी भी दुकान, चाय या पान ठेलों में 10 रुपए के सिक्के नहीं लिए जाते। सामान देने वाला व्यापारी 10 रुपए के सिक्के लेने से साफ इनकार कर कर देता है।