रायपुर : खानपान की गड़बड़ी पेट की दिक्कतों की सबसे बड़ी वजह बनती है. चटपटा, मसालेदार और सड़ा-गला खा लेने पर खासतौर से पेट पर असर पड़ता है. पेट एक बार बिगड़ता है तो पेट में एसिडिक गैस बनते भी ज्यादा समय नहीं लगता. ये गैस पेट में और श्ववसन नली तक बढ़ने लगती है जिससे हार्टबर्न यानी सीने में जलन (Heartburn) और पेट में जलन की दिक्कत होने लगती है. ऐसे में यहां दिए कुछ घरेलू उपाय इन दिक्कतों को दूर करने में असरदार साबित हो सकते हैं.
पेट में जलन के घरेलू उपाय
एल्कोहल का सेवन, ग्लूटन वाली चीजें, तले हुए फूड्स, कैफीन और खट्टे फल भी पेट की जलन का कारण बन सकते हैं. इन फूड्स को खाने पर पेट में दिक्कत होने लगती है. इसके अलावा अपच हो जाने पर, एसिडिटी (Acidity) या पेट से जुड़ी कोई अन्य दिक्कत की वजह से भी पेट में जलन हो सकती है. इस पेट की जलन को दूर करने के लिए कुछ ऐसी खानपान की चीजें हैं जो बेहद अच्छा असर दिखाती हैं.
केला
एसिडिटी और पेट की जलन को दूर करने के लिए केला खाया जा सकता है. केले खाने पर पेट को तुरंत आराम मिल जाता है. इससे कब्ज की दिक्कत भी दूर होती है, एसिडिटी कम होती है और पेट में बन रही एसिडिक गैसों से निजात मिल जाता है. केले में डाइट्री फाइबर भी होते हैं जो पेट के लिए फायदेमंद होते हैं.
अदरक
एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर अदरक (Ginger) के सेवन से उल्टी आना, एसिडिटी, जी मितलाना और सीने की जलन से राहत मिल सकती है. बिना अदरक वाली चाय बनाकर पीने पर इसके फायदे मिलते हैं. एक कप पानी में कुछ अदरक के टुकड़े डालकर पानी को उबाल लें. इसे पीने पर पेट में हो रही जलन से राहत मिल सकती है.
एलोवेरा
सिर्फ स्किन या बालों के लिए ही नहीं बल्कि सेहत के लिए भी एलोवेरा फायदेमंद होता है. इसका सेवन करना भी बेहद आसान है. एलोवेरा के लैक्सेटिव गुण पेट की जलन कम करने में असरदार होते हैं. एलोवेरा का जूस बनाकर पिया जा सकता है. इसके लिए ताजा एलोवेरा को पीसकर इसमें हल्का काला नमक और शहद डालकर पी सकते हैं.
दही
पेट में हो रही असहजता को कम करने में दही का सेवन फायदेमंद होता है. दही में प्रोबायोटिक्स भी होते हैं जो हेल्दी गट बैक्टीरिया को बढ़ाने का काम करते हैं. इसे खाने पर पाचन तंत्र को बेहतर तरह से खाना पचाने में मदद मिलती है.