इस विटामिन की कमी से मां बनने में आ सकती है दिक्कत, जानिए क्यों है यह बहुत महत्वपूर्ण
विटामिन बी12 महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए एक पावरफुल न्यूट्रिएंट है. यह एनर्जी, मस्तिष्क के कार्य, हार्मोन संतुलन को बढ़ावा देता है. इसके साथ ही यह दिल और हड्डियों को भी हेल्दी रखता है. दुनिया भर में बहुत सी महिलाएं विटामिन बी12 की कमी से पीड़ित हैं. अगर इसके शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज किया जाए, तो विटामिन बी12 की कमी आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है. विटामिन बी12 की कमी के प्रभाव कई सालों बाद भी नजर आ सकते हैं, खासकर नर्व डैमेज और संज्ञानात्मक गिरावट के रूप में, जो दीर्घकालिक कमी के कारण हो सकते हैं.
विटामिन बी12 क्यों है बेहद महत्वपूर्ण
विटामिन बी12 मानव शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है. यह रेड ब्लड सेल्स के प्रोडक्शन में मदद करता है, ऑक्सीजन का प्रवाह बनाए रखता है और थकान को दूर रखता है. यह तंत्रिका तंत्र के स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देता है और मस्तिष्क के कार्य में सुधार करता है. यह एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन सहित हार्मोनल बैलेंस को नियंत्रित करता है.
भ्रूण ब्रेन डेवलपमेंट और मातृ स्वास्थ्य बेहद जरूरी
साइंस डायरेक्ट के मुताबिक, विटामिन बी12 हृदय और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण न्यूट्रिएंट है. यह होमोसिस्टीन के लेवल को कंट्रोल करने और हड्डियों की मजबूती बनाए रखने में मदद करता है. इसके साथ ही यह भ्रूण के मस्तिष्क के विकास और मातृ स्वास्थ्य के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है. विटामिन बी12 की कमी के कारण महिलाओं को शुरुआत में हल्के लक्षण दिखाई दे सकते हैं. लेकिन समय के साथ, इसकी कमी से तंत्रिका क्षति, बांझपन, हार्ट डिजीज, ऑस्टियोपोरोसिस और संज्ञानात्मक गिरावट जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं.
महिलाओं को ज्यादा खतरा क्यों होता है
कुछ फैक्टर्स महिलाओं में विटामिन बी12 की कमी के प्रति अधिक संवेदनशील बनाते हैं, जैसे कि…
गर्भावस्था और स्तनपान: लैंसेट रिपोर्ट के मुताबिक, गर्भावस्था के दौरान आपके शिशु के मस्तिष्क और तंत्रिका विकास के लिए विटामिन बी12 की जरूरत बढ़ जाती है. विटामिन बी12 की कमी से न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट, मां को थकान या मिसकैरेज भी हो सकता है.
शाकाहारी या वीगन डाइट: पौधों पर आधारित आहार नेचुरल तरीके से विटामिन बी12 नहीं देते हैं. इन आहारों का पालन करने वाली महिलाओं को फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थों या सप्लीमेंट्स की जरूरत होती है.
पाचन संबंधी समस्याएं: सीलिएक डिजीज, आईबीएस, क्रोनिक एसिड रिफ्लक्स और पेट की सर्जरी विटामिन बी12 के उचित अवशोषण में बाधा डाल सकती हैं.
उम्र बढ़ना: जैसे-जैसे महिलाओं की उम्र बढ़ती है, पेट में एसिड का प्रोडक्शन कम होता जाता है, जिससे शरीर की भोजन से विटामिन बी12 छोड़ने की क्षमता कम हो जाती है.
दवाएं: एसिड रिड्यूसर, प्रोटॉन पंप इनहिबिटर या मेटफॉर्मिन का लंबे समय तक इस्तेमाल अवशोषण में बाधा डाल सकता है.
महिलाओं में विटामिन बी12 की कमी के शुरुआती लक्षण
इन शुरुआती लक्षणों को पहचानकर कई कॉम्प्लिकेशन से बचा जा सकता है.
थकान और कम एनर्जी- पूरी रात सोने के बाद भी थकान महसूस होना विटामिन बी12 की कमी के कारण हो सकता है.
विटामिन बी12 की कमी से शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन कम हो जाता है, जिससे आपके शरीर को ऑक्सीजन मिलना मुश्किल हो जाता है और थकान होने लगती है.
ब्रेन फौग और याददाश्त की समस्याएं- ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई, भूलने की बीमारी, या मानसिक रूप से धुंधला महसूस करना विटामिन बी12 की कमी के लक्षण हैं. इसकी कमी से मस्तिष्क की कार्यप्रणाली प्रभावित हो सकती है और समय के साथ, मूड डिसऑर्डर और संज्ञानात्मक गिरावट का खतरा बढ़ सकता है.
हाथों और पैरों में झुनझुनी या सुन्नत- इसे सुई चुभन भी कहा जाता है, यह तंत्रिका क्षति का संकेत है, जो विटामिन बी12 कमी को पूरा न करने पर और भी बदतर हो सकती है
मूड फ्लक्चुएशन, चिंता या डिप्रेशन- विटामिन बी12 मस्तिष्क में रसायनों के उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है जो मनोदशा को नियंत्रित करते हैं। इसका निम्न स्तर अवसाद के उच्च जोखिम से जुड़ा है, खासकर महिलाओं में
पीलिया या पीली त्वचा: पीली त्वचा या हल्का पीलिया लाल रक्त कोशिकाओं को प्रभावित करने वाले विटामिन बी12 की कमी का प्रारंभिक संकेत हो सकता है.
मुंह के छाले या सूजी हुई जीभ: चमकदार लाल, दुखती जीभ या मुंह के छोटे छाले इसकी कमी का संकेत हो सकते हैं.
दृष्टि संबंधी समस्याएं: लंबे समय तक विटामिन बी12 की कमी ऑप्टिक नर्व को प्रभावित कर सकती है, जिससे धुंधली दृष्टि या असामान्य दृश्य गड़बड़ी हो सकती है.
सांस लेने में तकलीफ या घबराहट: विटामिन बी12 की कमी से रक्त में ऑक्सीजन ले जाना मुश्किल हो जाता है, जिससे चक्कर आना, दिल की धड़कन तेज होना या सांस फूलना जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
अनियमित या हेवी मेंसुरेशन: विटामिन बी12 हार्मोन को रेगुलेट करने में मदद करता है, इसलिए इसकी कमी से अचानक मेंस्ट्रुअल साइकिल या हेवी ब्लीडिंग हो सकता है.
विटामिन B12 से भरपूर फूड आइटम्स
प्राकृतिक रूप से विटामिन B12 बढ़ाने की इच्छुक महिलाओं के लिए:
एनिमल-बेस्ड फूड: अंडे, दूध, दही, पनीर, चिकन, टर्की, बीफ, मछली (सैल्मन, टूना, सार्डिन)
फोर्टिफाइड प्लांट-बेस्ड फूड : न्यूट्रिशन ईस्ट, फोर्टिफाइड प्लांट-बेस्ड दूध, अनाज