कोरबा : हरदीबाजार अंतर्गत ग्राम मुड़ापार से कोरबी तक की सडक का हाल है बेहाल स्कूली बच्चें स्कुल आने को मजबूर, रोज मर्रा के लिए काम में जाने वाले कर्मचारी काम में जाने को मजबूर,मरीज अपना जान को जोखिम में डाल कर पहुंच रहे हॉस्पिटल ग्राम पंचायत कोरबी (धतूरा) में शासकीय उच्चातर माध्यमिक विद्यालय होने सें आस – पास के ग्रामीण ग्राम जोरहड़बरी, धतूरा, ढोलपुर, खम्हरिया, बोकरामुड़ा, पत्थर्री के बच्चे सभी कीचड़ सें नहाकर रोजाना स्कुल पहुंच रहे है कीचड़ भरा सडक सें गुजर कर स्कुल जाते है यह सड़क मेन रोड होने के वजह सें इस सड़क पर रोजाना बस, टैक्टर, कार एवं बड़े-बड़े मालवाहन रोजाना गुजरती है तो गड्ढों में जमा पानी बरसात के समय बच्चों के कपड़ो में गड्ढे का पानी गाड़ी के वजह सें पूरा कीचड़ होकर स्कुल जाते है कभी- कभी पूरा फील जाते है और वही सें उस दिन का पढ़ाई लिखाई कर बैग पकड़ कर घर को वापस चले जाते है आज कोरबी में पढ़ाई करने वाले बच्चों, इलाज के लिए हॉस्पिटल आ रहे मरीज सड़क को देखकर रोते – रोते स्कुल, हॉस्पिटल जा रहे है लेकिन अधिकारी, कर्मचारी, विधायक, मंत्री किसी को कोई प्रवाह नहीं है
कोरबी की जनता पूछ रही है क्या यही है विष्णु का सुशासन क्या एसे होगा विकास कब जागेगा कटघोरा विधायक
कोरबी की जनता पूछ रही है क्या यही है विष्णु देव शाय का सुशासन क्या एसे होगा कटघोरा विधानसभा का विकास कब जागेगा रावण की नींद सें कटघोरा विधायक प्रेमचंद पटेल कटघोरा विधानसभा कब बनवाएगा सड़क क्या आज तक यह सड़क प्रेमचंद को नहीं दिखाई दे रहा है,ग्रामवाशीयों को मलेरिया का खतरा 5 साल सें सड़क खराब होने सें सड़क में बड़े -बड़े गड्ढे हो गए है पानी के जमाव सें गड्ढों में डेंगू मच्छर उत्पन्नन हो रहे है और घर में घुस रहे है जिससे मलेरिया होनें का डर बना हुवा है ना तो अधिकारी, कर्मचारी, ना कोई नेता,विधायक हम गरीब का कोई बात को नहीं सुनता अब क्या करें किसके पास जाये मिडिया वालों नें हजारों बार न्यूज़ छापे लेकिन एक गिट्टी भी नहीं गिराया गया बस अस्वासन देते है लेकिन इस रोड का कुछ नहीं होता और ना कुछ होगा।
क्या अगले विधायक की तरह देते रहेंगे 5 साल तक अस्वासन
अगले 5 वर्ष तक पूर्व विधायक पुरसोत्तम कँवर देते रहे अस्वासन लेकिन सड़क में एक भी गिट्टी नहीं गिराया गया, क्या वैसे ही अस्वासन देते रहेंगे विधायक प्रेमचंद पटेल कोरबी के मरीजों, स्कुल जा रहे बच्चों, ग्रामीणों को बस अस्वासन बस देते रहेंगे और ये भी इस 5 वर्ष में एक गिट्टी नहीं गिरवा सके तो क्यों चुनाव के समय रोड बनवाऊंगा बोल कर वोट माँगा गया था क्या यही है भाजपा का डबल इनजन की सरकार एक सड़क नहीं बनवा पा रहा है क्या प्रेमचंद पटेल अस्सवासान में ही विकास करेगा की हकीकत में विकास होगा,
स्कूली बच्चें स्कुल आने को है मजबूर क्या बोल रहे स्कूली बच्चें
स्कूल जा रहे बच्चों सें पूछने पर बताया की मुड़ापार सें कोरबी तक का सडक बहुत खराब है हम क्या करें सर स्कुल आना तो पड़ेगा स्कुल नहीं आएंगे तो पढ़ाई कहा कर पाएंगे लेकिन ये विधायक, कलेक्टर, कोई नेता कोई अधिकारी हम बच्चों का दर्द नहीं समझ रहे है किसको हम अपना दर्द सुनाये सर बस आते है स्कुल में और भाषण मार के चले जाते है बनेगा रोड में बनवाऊंगा लेकिन कोई मर जायेगा लेकिन कोई नहीं बनवाये सर हम स्कुल आते समय इतना गड्ढा है की समझ में नहीं आता की सडक में गड्ढा है की गड्ढे में सडक है मैं 11वी की छात्र हूं मुझे 3साल हो गया स्कुल आते लेकिन आज तक सडक नहीं बन पाया स्कुल आते समय बरसात के समय बड़े गाड़ी वाले कीचड़ को छीटका देते है और कभी कभी पूरा भीगा देते है उसके बाद वैसे ही वापस घर जाना पड़ता है आज हम स्कुल आने को मजबूर है हम अपना दर्द किसको सुनाये सर कोई सुनने वाले नहीं अब हम कोसको सुनाये।