कैंसर पीड़ित मासूम की मौत के बाद बवाल: शव लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे परिजन, निगम पर लगाए गंभीर आरोप
बिलासपुर । बिलासपुर शहर में उस समय तनावपूर्ण माहौल बन गया जब एक कैंसर पीड़ित मासूम की मौत के बाद उसके परिजन और क्षेत्रवासी गुस्से में कलेक्ट्रेट पहुंच गए। परिजनों ने मृत बच्चे का शव लेकर कलेक्ट्रेट गेट पर धरना दिया और नगर निगम की कार्रवाई पर सवाल खड़े करते हुए दोषियों पर कार्रवाई और मुआवजे की मांग की।
मामला लिंगियाडीह क्षेत्र का है, जहां शनिचरी चौक से अपोलो चौक तक सड़क चौड़ीकरण के लिए नगर निगम द्वारा अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया जा रहा है। इसी कार्रवाई की जद में यादव परिवार का मकान भी आ गया। बताया गया है कि इस परिवार का 6 वर्षीय बेटा कैंसर की अंतिम अवस्था में था, जिसका इलाज चल रहा था।
परिजनों का आरोप है कि निगम ने उन्हें कोई नोटिस या मोहलत नहीं दी और सीधे मकान पर बुलडोजर चला दिया। इस अचानक हुई कार्रवाई से परिवार मानसिक रूप से टूट गया और इसी बीच उनके मासूम बेटे की मौत हो गई।
परिजनों का कहना है कि अगर निगम थोड़ी भी इंसानियत दिखाता और समय देता, तो शायद वे अपने बीमार बच्चे के साथ सुरक्षित स्थान पर जा पाते। उन्होंने निगम पर मनमानी और अमानवीयता का आरोप लगाया।
घटना से नाराज परिजन और स्थानीय लोग शव के साथ कलेक्ट्रेट पहुंच गए। उन्होंने धरना दिया और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई तथा पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग की।
इस बीच कलेक्टर मौके पर पहुंचे और परिजनों को न्याय का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि लिंगियाडीह क्षेत्र में सड़क चौड़ीकरण की योजना के तहत कार्रवाई हो रही है। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि बच्चे की मौत निगम की कार्रवाई से नहीं बल्कि उसकी बीमारी के कारण हुई है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी स्तर पर कोई गलती या लापरवाही हुई है तो उस पर जांच कर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
कलेक्टर ने परिवार को हरसंभव सहायता देनेका भरोसा भी दिलाया।