भोपाल : भोपाल में 5 साल की बच्ची के साथ हुई हैवानियत और इंदौर में नर्सरी की बच्ची के साथ स्कूल में अश्लील हरकत को लेकर महू से बीजेपी विधायक एवं पूर्व मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि इंदौर मां अहिल्या की नगरी है. यह वही शहर है, जिसने बच्ची के दुराचारी को पूरे देश में सबसे पहले 1 महीने के भीतर फांसी की सजा सुनाई थी.
अपराधियों को सार्वजनिक चौराहे पर दी जाए फांसी
आगे पूर्व मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि बच्चियों के दुराचारियो को फांसी की सजा का प्रावधान है, अब इसे कठोर सजा और क्या हो सकती है. मैंने तो बच्चियों के बीच हस्ताक्षर अभियान चलाकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से आग्रह किया था कि बच्चियों के दुराचारियों को अपराध के बाद जेल में एकांत में फांसी दे दी जाती है, जिससे समाज को यह मालूम ही नहीं रहता कि इसे क्यों फांसी दी गई है. इसकी जगह बच्चियों के दुराचारियों को सार्वजनिक चौराहे पर फांसी दी जाना चाहिए, इनके शरीर का अंतिम संस्कार भी नही किया जाए,
जब चील कव्वे इनके शव को नोचेंगे तब समाज को पता चलेगा कि बच्चियों के दुराचारियों को इतनी खौफनाक सजा मिलती है, इससे बच्चियों के खिलाफ अपराधो में कमी आयेगी. वहीं अधिकतर मामलों में ऐसी वारदातों को नशे में धुत बदमाश ही अंजाम देते है, इस पर नियंत्रण करने के साथ ही पर अभिभावक की जिम्मेदारी है कि वह अपने बच्चो को संस्कारी बनाए, जिन लोगो में संस्कारो की कमी है वो ही ऐसी वारदातों को अंजाम देते है।