रायपुर : पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का राजधानी रायपुर में 7 दिवसीय श्रीराम कथा का आयोजन किया जा रहा है। जिसके दूसरे दिन उन्होंने प्रेस वार्ता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने नागपुर में कथा छोड़कर भाग जाने और अंधविश्वास का आरोप लगाया था। जिनको पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने खुला चैलेंज देते हुए कहा है कि राजधानी रायपुर के गुढ़ियारी में 20 और 21 जनवरी को दिव्य दरबार लगेगा। इस दरबार में आकर अपना चैलेंज स्वीकार करें।
नागपुर में दो दिन का दिव्य दरबार लगाया गया था। वहां वे क्यों नहीं आये या किसी को पत्र लेकर क्यों नहीं भेजे। इसका मतलब वे छोटी मानसिकता के लोग हैं। और भगोड़ा हैं। उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे देश के हिंदू जाग रहे हैं। हिंदू विरोधी ताकतों को अब मुंह की खानी पड़ेगी। वे भाग खड़े होंगे। धर्मांतरण पर बोलते हुए उन्होंने कहा बागेश्वर धाम वनवासी में क्षेत्रों में कथा आयोजित कर भोले-भाले लोगों को जागृत करने का कार्य कर रहा है। आने वाले दिनों में लोगों में जागरूकता आएगी। साथ ही धर्मांतरण का ग्राफ अपने आप गिरने लगेगा। दमोह मध्य प्रदेश के 160 परिवारों को धर्मांतरण से बचाया है।
रायपुर में 20 व 21 जनवरी को दरबार लग रहा है। जिस किसी को शंका है वह आये अपने शंकाओं निराकरण पाए । अवश्य ईश्वरीय शक्तियां होती है। आप भी अनुभव करेंगे। तभी विश्वास कर पाएंगे। बोलने में विश्वास नहीं हो पाएगा। उन्होंने कहा कि हमें हनुमान जी ने जो ईश्वरीय शक्तियां दी है। उसका उपयोग लोगों के हित में कर रहे हैं। हम कभी अपने आप को ईश्वर नहीं बता रहे हैं। हनुमान जी को मानना, हनुमान जी की बात करना, हनुमान जी की चालीसा को फैलाना क्या गलत है…हम संविधान के अंतर्गत ही चलेंगे। अगर हम गलत हैं तो सभी हनुमान भक्तों पर एफआईआर होनी चाहिये।