रायपुर। रायपुर नगर निगम में मेयर इन काउंसिल (एमआईसी) की घोषणा का इंतजार अब खत्म होने वाला है। महापौर मीनल चौबे के शहर से बाहर होने के कारण यह प्रक्रिया कुछ दिनों के लिए टल गई थी, लेकिन अब उनके शनिवार, 15 मार्च को रायपुर लौटने की संभावना है। सूत्रों की मानें तो एमआईसी के 14 पार्षदों के नामों की विभागवार सूची तैयार करने की कवायद तेज हो गई है, और संभवतः सोमवार, 17 मार्च को इसकी आधिकारिक घोषणा हो सकती है।
निगम एक्ट के अनुसार सभापति चुनाव के सात दिनों के भीतर एमआईसी की घोषणा जरूरी है, लेकिन महापौर की अनुपस्थिति के चलते यह समयसीमा प्रभावित हुई। महापौर के करीबियों का कहना है कि विधायकों और सांसदों की सहमति के बाद ही सभी नामों पर आम राय बनाई गई है। खास बात यह है कि एमआईसी की घोषणा के तुरंत बाद मार्च के अंत तक वित्तीय वर्ष 2025-26 के पहले बजट की तैयारियां भी शुरू हो जाएंगी, जिससे निगम की नई टीम के सामने चुनौतियां बढ़ेंगी।
इन विभागों पर होगा जोर-
एमआईसी में शामिल होने वाले विभागों में स्वास्थ्य एवं सफाई, पेयजल, लोक निर्माण, नगर निवेश और राजस्व विभाग को प्राथमिकता दी जा रही है। ये ऐसे विभाग हैं, जो हर नागरिक के जीवन से सीधे जुड़े हैं। सूत्रों के अनुसार, महापौर ने इन विभागों के लिए सदस्यों का चयन करने से पहले उनके अनुभव और योग्यता की पूरी जानकारी शीर्ष नेतृत्व के साथ साझा की है।
खासकर सफाई और पेयजल जैसे मुद्दे, जो सालभर चर्चा में रहते हैं, इनके लिए चुने गए सदस्यों को अपनी सक्रियता साबित करनी होगी। इसके अलावा, राजस्व विभाग के सामने टैक्स वसूली और दुकानों के किराए से जुड़े मामलों में बड़ी चुनौती होगी। एमआईसी के सदस्यों को न केवल नागरिकों की समस्याओं का समाधान करना होगा, बल्कि निगम की आय बढ़ाने के लिए भी ठोस कदम उठाने होंगे।