रायपुर : विधानसभा शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन चावल वितरण मामले को लेकर सदन में जमकर हंगामा हुआ। वहीं धमतरी नगर निगम में सीसी रोड निर्माण निरस्त होने का मामला भी सदन गूंजा।
भाजपा विधायक रंजना साहू ने मुद्दा उठाया। नगरी प्रशासन मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि निजी भूमि होने की वजह से निर्माण कार्य रोकी गई है। जवाब से असंतुष्ट विपक्ष के सदस्यों ने जांच की मांग की। धमतरी सीसी रोड निर्माण आॅर्डर जारी होने के बाद टेंडर निरस्त हुआ था। वहीं पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने चावल वितरण में 5127 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया।
खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया। विपक्ष के विधायक सवाल पूछते रहे तो खाद्य मंत्री ने अंग्रेजी में जवाब पढ़ना शुरू किया। इस पर स्पीकर डॉ. चरणदास महंत को कहना पड़ा कि वे सरल भाषा में जवाब दें। स्पीकर बार-बार आसंदी पर खड़े होकर निर्देश देते रहे। इसके बाद भी हंगामा जारी रहा। विपक्ष के सदस्यों का आरोप था कि मंत्री गोलमोल जवाब दे रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, बृजमोहन अग्रवाल और शिवरतन शर्मा ने कहा कि यह पांच हजार करोड़ के घोटाले का मामला है। इसमें जांच होनी चाहिए। हालांकि सत्ता पक्ष के जवाब से विधायक संतुष्ट नहीं हुए और नारेबाजी करते हुए गर्भगृह में पहुंच गए। प्रश्नकाल के दौरान पूरे समय भाजपा के सभी सदस्य नारे लगाते रहे। शोर शराबे के कारण विधानसभा की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।