कवर्धा : कवर्धा के लोहारीडी में हुए कांड के बाद सूबे की सियासत गरमा गयी है। कांग्रेस लगातार इसे मुद्दा बनाकर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है। बुधवार को पूर्व डिप्टी सीएम टी.एस.सिंहदेव कवर्धा जेल में बंद लोगों से मिलने पहुंचे। जेल बंद लोगों से मुलाकात के बाद सिंहदेव ने कहा कि 7 बंदियों से चर्चा हुई। इनमें से 5 लोग ऐसे हैं, जो घटना के वक्त गांव में ही नहीं थे। उनको भी जेल में डाल दिया गया है। ये सभी लोग मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ के बॉर्डर पर लटकी जो लाश मिली थी, उसकी रखवाली कर रहे थे।
पूर्व डिप्टी सीएम सिंहदेव ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल भी सवाल उठाये है। गौरतलब है कि कांग्रेस के नेता कवर्धा कांड को लेकर लगातार सरकार को घेरते नजर आ रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत, पूर्व सीएम भूपेश बघेल समेत लगातार बड़े नेता घटना के बाद कवर्धा का दौरा कर रहे हैं। पीड़ित परिवार के साथ ही जेल में बंद लोगों से लगातार कांग्रेस के नेता मुलाकात कर कानून व्यवस्था को लेकर सरकार पर सवाल खड़े कर रहे है। इसी कड़ी में बुधवार को पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव कवर्धा पहुंचे।
यहां उन्होने जेल पहुंचकर कवर्धा कांड में आरोपी बनाकर जेल भेज गये लोगों से मुलाकात की। मुलाकात के बाद सिंहदेव ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि जेल में बंद 7 लोगों से मुलाकात हुई है। इनमें से 5 लोग तो ऐसे है जो घटना के वक्त मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के बार्डर पर मिले लाश की सूचना के बाद वहां गये हुए थे। रात के वक्त ये सभी 5 लोग लाश के साथ थे। पोस्टमॉर्टम के लिए मध्य प्रदेश में रुके थे। रात वहीं गुजारी है, जब वह कवर्धा में हुए घटना के वक्त मौके पर थे ही नहीं, तो उन पर यह कार्रवाई कैसे की गई।
इससे यही लग रहा है कि यह तमाम लोग उस वक्त मौके पर मौजूद नहीं थे। सिंहदेव ने आगे कहा कि इस पूरे घटनाक्रम पर संतुष्टि तब होगी जब न्याय मिलेगा। इसके साथ ही सिंहदेव ने बताया कि बंदियों से बातचीत में पता चला कि एमपी-सीजी बॉर्डर पर जो लटकी लाश मिली थी, उस बॉडी पर चोट के निशान थे। गमछे पर खून के धब्बे भी थे। इसे लेकर कई तरह की आशंकाएं जताई जा रही है। आपको बता दे इससे पहले मंगलवार को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कवर्धा जिला जेल पहुंचे थे। जहां जेल में विचाराधीन 34 कैदियों से उन्होने मुलाकात की थी।