छत्तीसगढ़ :- सबसे बड़ा और बहुचर्चित शराब घोटाला अब नए मोड़ पर पहुँच चुका है। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने 28 आबकारी अधिकारियों पर शिकंजा कसने की तैयारी तेज कर दी है। सूत्रों के अनुसार, इन अधिकारियों से जल्द ही पूछताछ और गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू होगीछत्तीसगढ़ में पर्यटन
22 अफसरों पर दर्ज केस, 28 पर गिरेगी गाज
इस घोटाले में EOW ने अब तक 22 आबकारी अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। सभी को राज्य सरकार ने सस्पेंड कर दिया है। आरोप है कि ये अफसर शराब सिंडिकेट का हिस्सा थे और घोटाले से सीधा 88 करोड़ रुपए कमाए। अब जांच का दायरा बढ़ाकर 28 अधिकारियों तक पहुँच चुका है।
सिंडिकेट में अफसर, कारोबारी और राजनेता
जांच एजेंसी के आरोप पत्र में साफ हुआ कि यह पूरा खेल केवल कारोबारियों का नहीं था बल्कि आबकारी विभाग और राजनीतिक हलकों की मिलीभगत से ही 3200 करोड़ का घोटाला संभव हुआ। डिस्टलरी संचालक, हवाला कारोबारी, शराब दुकान संचालक और अधिकारी, सभी मिलकर इस Liquor Scam in Chhattisgarh को अंजाम देते रहे।
200 से ज्यादा लोगों से पूछताछ
EOW ने अब तक 200 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की है। इनमें कारोबारी, आबकारी अफसर, रकम पहुँचाने वाले एजेंट और हवाला नेटवर्क से जुड़े लोग शामिल हैं। पूछताछ में यह भी सामने आया कि शराब दुकानों को निर्देश दिया गया था कि खपत का रिकॉर्ड सरकारी दस्तावेज में दर्ज न करें।