योग आपके तन, मन और आत्मा के लिए कई फायदेमंद है. रोजाना योग करना शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए एक बेहतरीन एक्सरसाइज है. कई शोधों ने भी माना है कि योग शरीर को लचीला बनाता है, मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और स्ट्रेस कम करता है. आज के समय में, बहुत से लोग इसमें रुचि दिखा रहे हैं. कई लोगों ने इसे अपनी आदत बना लिया है. बहुत से लोगों का कहना है कि योग ने उनकी फिटनेस यात्रा में उनकी काफी मदद की है. दरअसल, अगर आप बिना जिम जाए फिट रहना चाहते हैं, तो आपको बस एक योगासन सही तरीके से करने होंगे.
दरअसल, हर योगासन के अपने फायदे होते हैं. सूर्यनमस्कार आसन खासतौर पर उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है जो अपना वजन कम करना चाहते हैं. ये हम नहीं कह रहे बल्कि सोशल मीडिया पर उस युवती ने कहा है जिसने इस योगासन के जरिए 20 दिनों में अपना 5 किलो वजन कम किया है. युवती ने सोशल मीडिया पर अपनी फिटनेस जर्नी का वीडियो शेयर करते हुए बताया कि बिना जिम जाए या कोई हैवी एक्सरसाइज किए, मैंने सिर्फ 20 दिनों में अपना लगभग 5 किलो वजन कम कर लिया है. उसने कहा कि ये सिर्फ सूर्यनमस्कार योगासन की वजह से ही संभव हो पाया है
हम सभी जानते हैं कि वजन कम करना कोई छोटी बात नहीं है. आजकल सोशल मीडिया पर लोग ढेरों वजन घटाने के टिप्स शेयर करते हैं, लेकिन यह आपको तय करना है कि कौन से टिप्स अपनाने लायक हैं और कौन से नहीं. लेकिन अगर आप भी बिना किसी साइड इफेक्ट और मेहनत के वजन कम करना चाहते हैं, तो यकीन मानिए, सूर्यनमस्कार योगासन आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है.
कैसे वजन कम करने में मददगार हो सकता है सूर्य नमस्कार योगासन
सूर्य नमस्कार की खास बात यह है कि योगासन बिल्कुल अलग है. सूर्य नमस्कार में कुल 12 आसन होते हैं. खास बात यह है कि इन 12 आसनों के अभ्यास से शरीर का हर सक्रिय होता है. नतीजतन जिससे पूरे शरीर में एनर्जी का सर्कुलेशन होता है. सूर्य नमस्कार के रेगुलर प्रैक्टिस से शरीर हेल्दी और मजबूत बनता है, और यह एक बेहतरीन एक्सरसाइज है, जो शरीर को फिट रखने में मदद करता है.
प्रणामासन: प्रार्थना मुद्रा.
हस्त-उत्तानासन: हाथ ऊपर उठाकर पीछे की ओर झुकना.
पादहस्तासन: आगे की ओर झुककर पैर छूना.
अश्व संचालनासन: एक पैर पीछे और दूसरा आगे की ओर खींचना.
पर्वतासन: शरीर को V आकार में उठाना.
अष्टांग नमस्कार: शरीर को आठ अंगों के सहारे ज़मीन पर टिकाना.
भुजंगासन: पेट के बल लेटकर शरीर को ऊपर उठाना.
पर्वतासन: शरीर को V आकार में उठाना.
अश्व संचालनासन: एक पैर पीछे और दूसरा आगे की ओर खींचना.
पादहस्तासन: आगे की ओर झुककर पैर छूना.
हस्त-उत्तानासन: हाथ ऊपर उठाकर पीछे की ओर झुकना.
प्रणामासन: प्रार्थना मुद्रा.