रामनगर (कर्नाटक):- बैंगलोर दक्षिण जिले में पुलिस ने पति की हत्या करने के आरोप में महिला ग्राम पंचायत सदस्य (GP member) और पांच अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक, महिला ने अपने पति को जबरदस्ती जहर देकर उसकी हत्या कर दी और फिर इस घटना को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की.
घटना के लगभग एक महीने के बाद खुलासा हुआ कि पत्नी ने सुपारी देकर अपने पति की हत्या करवाई थी. पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या की गई थी.
बैंगलोर दक्षिण जिले के चन्नपटना तालुका में लोकेश (45) की 24 जून को अपनी कार के पास जहर खाने से संदिग्ध मौत हो गई थी. इसके बाद स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और मृतक की पत्नी चंद्रकला समेत कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया.
पुलिस के मुताबिक, आरोपी पत्नी चंद्रकला ने खुद अपने पति की मौत पर संदेह जताया था और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले की जांच की मांग भी की थी. इस संबंध में स्थानीय पुलिस स्टेशन में पहले ही अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया गया था. जांच के बाद पुलिस ने इसे हत्या के मामले में बदल दिया.
हत्याकांड का खुलासा
होने के बाद पुलिस अधीक्षक श्रीनिवास गौड़ा ने बताया, “मृतक लोकेश के शरीर पर चोट के निशान नहीं थे. साथ ही, पोस्टमार्टम रिपोर्ट और एफएसएल रिपोर्ट में भी जहर से मौत की जानकारी मिली थी. हालांकि, पुलिस ने बड़ी चतुराई से कॉन्ट्रैक्ट किलिंग का खुलासा कर दिया है. मामले में मृतक लोकेश की पत्नी तथा ग्राम पंचायत सदस्य चंद्रकला, योगेश उर्फ योगेश एनपी, शांताराजू एनएस उर्फ संतोष, एस कुमार, शिवलिंग उर्फ शिवा, चंदन उर्फ चंदन कुमार को गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा, मामले में शामिल एक अन्य आरोपी फरार है.”
महिला ने अपने दोस्त को दी थी सुपारी
एसपी ने कहा, मृतक लोकेश की पत्नी वर्तमान ग्राम पंचायत सदस्य है और उसने अपने दोस्त योगेश को सुपारी दी थी. सुपारी मिलने के बाद, योगेश और उसके साथियों ने लोकेश का पीछा किया और चन्नपटना-रामनगर सीमा पर स्थित कृष्णपुरा गांव के पास उसकी कार रोककर उसे जहर पिलाकर मार डाला. फिर, वे शव को कुछ दूर ले गए और पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, मानो उसने आत्महत्या कर ली हो. चंद्रकला ने इसके लिए 3.5 लाख रुपये की सुपारी दी थी.
एपसी ने बताया कि चंद्रकला ने पूछताछ में बताया कि उसका पति उसे बहुत परेशान कर रहा था, इसलिए उसने यह कदम उठाया. उन्होंने कहा कि आगे की जांच से पता चलेगा कि क्या कोई और वजह थी.
पुलिस ने ऐसे सुलझाया मामला
पुलिस अधीक्षक श्रीनिवास गौड़ा ने बताया, “मृतक लोकेश के फोन नंबर पर आए कॉल रिकॉर्ड की जांच करके कुछ जानकारी जुटाई गई. एमके डोड्डी पुलिस ने सर्किल इंस्पेक्टर प्रकाश के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई. बाद में, जब लोकेश की पत्नी और ग्राम पंचायत सदस्य चंद्रकला को थाने लाकर पूछताछ की गई, तो सच्चाई सामने आ गई.