वृन्दावन :- मेरे पति को ढूंढ दो साहब… बस इन्हीं शब्दों के साथ एक युवती लगातार थाने में पुलिस वालों के सामने चिल्लाती रही। वह कभी भावुक होकर रोती-बिलखती, तो कुछ क्षण के लिए गुस्से में चिल्लाती। दरअसल, प्रेमी युगल ने 18 दिन पहले भागकर कोर्ट मैरिज कर ली थी। वह नए सपने लेकर कुछ रुपयों के साथ वृंदावन आए थे। रुपये खत्म हो जाने के बाद उनका सामने वास्तविकता से हुआ। दोनों के बीच रुपयों को लेकर विवाद हुआ और नया नवेला पति छोड़कर चला गया।
प्रशांत (32 साल) औरैया का रहने वाला है। वह गैस एजेंसी में कंप्यूटर ऑपरेटर की जॉब करता था। उनकी यहां मुलाकात 25 साल की एक युवती से हुई। दोनों के बीच बातचीत होने लगी, जो प्रेम में बदल गई। दोनों ने साथ रहने का एक सपना देखा, जिसे पूरा करने के लिए उन्होंने कोर्ट मैरिज कर ली। फिर वृंदावन का रुख किया। दोनों ने काम की तलाश शुरू कर दी, लेकिन कुछ ठीक ठाक हाथ नहीं लगा।
वास्तविकता ने तोड़े हसीन सपने
दोनों घर से एक हजार रुपये लेकर निकले थे। वृंदावन में परिक्रमा मार्ग स्थित गौरी गोपाल आश्रम में छत नसीब हो गई। नौकरी न मिलने से पैसा धीरे-धीरे खत्म होने लगा, तो प्यार भी कहीं ओझल हो गया। हद तो तब हो गई, जब कोई दोनों की चप्पल भी चुरा ले गया। सोमवार को दोनों के सब्र का बांध टूट गया और किसी बात आपस में झगड़ा हो गया। यह सब देख मन से हारा प्रशांत आश्रम छोड़कर कहीं चला गया। कुछ देर बार गुस्सा उतरा तो युवती के मन में आया कि प्रशांत छोड़कर तो नहीं चला गया।वह घबराकर वृंदावन थाने पहुंची। रो-रोकर पुलिसवालों के सामने पति को ढूंढ़कर लगाने की भीख मांगने लगी। पुलिसकर्मियों से बस यही कह रही थी कि प्लीज मेरे पति को वापस ले आओ।
पुलिस ने किया मां से संपर्क
पुलिसवालों ने युवती की कहानी सुन उसकी मां को फोन लगा दिया। मां ने कहा कि वह वृंदावन आ रही लेने के लिए, तो युवती साफ मना कर दिया। उसने कहा कि वह अपने पति के साथ ही जाएगी। पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू किया, तो वह परिक्रमा मार्ग एवं गौरीगोपाल आश्रम के पास मिला। उसको थाने लेकर आई, जहां युवती से मिलवाया। दोनों उसके बाद रवाना हो गए।