अंबिकापुर : सरगुजा के सीतापुर के बहुचर्चित राजमिस्त्री संदीप लकड़ा हत्याकांड मामले में पुलिस सवालों में है। आरोप है कि आरोपियों की इसलिए गिरफ्तारी नहीं हो पायी, लेकिन पुलिस ही आरोपी की मदद कर रही थी। लिहाजा सरगुजा रेंज आईजी अंकित गर्ग ने संदीप मर्डर केस को लेकर विभागीय जांच के निर्देश दिया है। आईजी ने कहा कि जांच रिपोर्ट में जो भी आरोपी को बचाने के मामले में दोषी निकलेगा, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जायेगी।
आईजी ने एमसीबी जिले के एडिशनल एसपी अशोक वाडेगांवकर और पत्थलगांव एसडीओपी ध्रुवेश जायसवाल को विभागीय जांच की जिम्मेदारी दी है। ये अफसर 10 दिनों के भीतर जांच पूर्ण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। आईजी अंकित गर्ग ने जांच अधिकारियों को बारीकी से पूरे मामले के जांच के निर्देश दिये हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही होगी। फरार आरोपी अभिषेक पाण्डेय की भी जल्द ही गिरफ्तारी की जायेगी।
आपको बता दें कि इस मामले में पूर्व में ही एक एसआई अमरचंद रॉय और एक आरक्षक रूपेश महंत को निलंबित किया जा चुका है। TI जॉन प्रदीप लकड़ा और एएसआई एसआर साहू को थाने से हटाने की कारवाई जा चुकी है। सरगुजा आईजी ने कहा है कि जांच के बाद दोषी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कारवाई होगी, किसी को भी बख्शा नहीं जायेगा। आदिवासी युवक संदीप लकड़ा का शव 6 सितंबर को मैनपाट के लुरैना स्थित पानी टंकी के फाउंडेशन के नीचे दफन मिला था।
उस दिन से उसके परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार नहीं किया है। ऐसे में सदीप का शव पिछले 9 दिन से मेडिकल कॉलेज अस्पताल की मरच्यूरी में पड़ा है। कांग्रेस के लोग भी सर्व आदिवासी समाज के समर्थन में उतर चुके हैं। इसी बीच शनिवार को पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव भी धरना स्थल पर पहुंचे और समाज के लोगों से चर्चा की। गौरतलब है कि 2 दिन पूर्व ही सिंहदेव ने प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा सरकार पर सवाल खड़े किए थे।
संदीप हत्याकांड (Sandeep murder case) के मुख्य आरोपी की जल्द गिरफ्तारी, परिजनों को 2 करोड़ का मुआवजा सहित अन्य मांगों को लेकर जहां सर्व आदिवासी समाज द्वारा अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। वहीं पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने भी प्रेस कांफे्रंस कर कांग्रेस का समर्थन देने की बात कही थी।