वाशिंगटन:- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार रूसी तेल खरीदने को लेकर एक बड़ी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि वे देखेंगे कि अगले कुछ समय में क्या होता है. टैरिफ कितना लगाया जाएगा इसके बारे में खुलासा नहीं किया. लॉस एंजिल्स में 2028 में ओलंपिक खेलों को लेकर आयोजित एक बैठक के दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने ये बात कही.
रूसी तेल खरीदने वाले देशों पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने के बारे में पूछे जाने पर, ट्रंप ने कहा, ‘मैंने कभी प्रतिशत नहीं कहा, लेकिन हम इसका काफी हिस्सा लगाएंगे.’ उन्होंने अगले कुछ घंटों में इसके बारे में खुलासा किए जाने की ओर इशारा किया. उन्होंने कहा कि कल हमारी रूस के साथ बैठक है. देखते हैं क्या होता है.
इस बीच संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत निक्की हेली ने रूस से तेल आयात पर टैरिफ में भारी बढ़ोतरी की घोषणा के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होंने चीन को छूट दे दी और उन्हें भारत जैसे मजबूत सहयोगी के साथ संबंध खराब करने के प्रति आगाह किया.
हेली ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि चीन, अमेरिका का विरोधी है और रूसी और ईरानी तेल का नंबर एक खरीदार है. इसे ट्रंप प्रशासन द्वारा 90 दिनों के लिए टैरिफ पर रोक लगा दी गई है. वहीं भारत को रूस से तेल नहीं करने के लिए कह रहे हैं. जबकि चीन, रूस और ईरान के तेल का सबसे बड़ा खरीदार है और उसे 90 दिनों के लिए टैरिफ से राहत दे दी. निक्की हेली ने ट्रंप को नसीहत दी कि वह चीन को छूट देना बंद करें और मजबूत सहयोगी भारत के साथ संबंध ना बिगाड़ें.
हेली पिछले साल राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर रिपब्लिकन पार्टी की प्राथमिक दौड़ से हटने वाली ट्रंप की आखिरी प्रमुख प्रतिद्वंद्वी थीं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि वह भारत से आयात पर लगाए जाने वाले टैरिफ को वर्तमान 25 फीसदी की दर से अगले 24 घंटों में काफी हद तक बढ़ा देंगे, क्योंकि नई दिल्ली रूसी तेल की निरंतर खरीद कर रहा है.
रिपोर्ट के अनुसार ट्रंप ने सीएनबीसी को दिए एक इंटरव्यू में कहा, ‘वे युद्ध मशीन को ईंधन दे रहे हैं और यदि वे ऐसा करने जा रहे हैं तो मैं खुश नहीं होऊंगा.’ रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा कि भारत के साथ मुख्य विवाद यह था कि उसके टैरिफ बहुत अधिक थे, लेकिन उसने कोई नई टैरिफ दर प्रदान नहीं की.
ट्रंप ने सोमवार को कहा था कि अमेरिका भारत द्वारा भारी मात्रा में रूसी तेल खरीदने के लिए भुगतान किए जाने वाले टैरिफ को काफी बढ़ा देगा, उन्होंने कहा कि मास्को से खरीदा गया अधिकांश तेल बड़े मुनाफे के लिए खुले बाजार में बेचा जा रहा है. इसके कुछ दिन पहले ही उन्होंने भारत पर 25 प्रतिशत पारस्परिक टैरिफ लगाने और रूस से तेल आयात करने पर जुर्माना लगाने की घोषणा की थी.