LPG गैस सिलेंडर पर होने वाले मासिक नुकसान से बचने के लिए जरूर अपनाएं यह तरीका, कहीं आप तो नहीं कर रहे ये गलतियां
नई दिल्ली :- महंगाई के दौर में गैस सिलेंडर की कीमतें जेब पर भारी पड़ती हैं. खास तौर पर घरेलू इस्तेमाल के लिए गैस सिलेंडर की बढ़ती कीमतें मिडिल और लो इनकम कैटेगरी के परिवारों पर एक्स्ट्रा बर्डन डालती हैं. गैस सिलेंडर शहरी क्षेत्रों में एक बेहद जरूरी वस्तु है, खासकर उन इलाकों में जहां मिट्टी के चूल्हे का इस्तेमाल करना मुश्किल है. एलपीजी का उपयोग खाना पकाने के लिए अत्यधिक कुशल ईंधन के रूप में किया जाता है. यह किफायती है, और इसकी एक्सीलेंट हिटिंग कैपेसिटी आपको कम समय में अपना खाना पकाने में मदद करती है. पारंपरिक लकड़ी के चूल्हों की तुलना में यह समय और एनर्जी बचाता है, और धुएं और प्रदूषण को भी कम करता है.
शहरों में घरों को मॉडर्न गैस बेस्ड खाना पकाने के लिए डिजाइन किया गया है और आजकल की व्यस्त लाइफस्टाइल के कारण पारंपरिक लकड़ी के चूल्हे का उपयोग करना मुश्किल हो गया है. समय की कमी और सुविधा की तलाश में लोग अक्सर गैस स्टोव या अन्य आधुनिक विकल्पों का उपयोग करना पसंद करते हैं. हालांकि, LPG की बढ़ती कीमतों के साथ, गैस की बचत न केवल आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी जरूरी है.
LPG सिलेंडर की कीमत लगातार आसमान छू रही है, घर पर डिलीवरी के लिए एक डोमेस्टिक सिलेंडर की कीमत एक हजार रुपये तक होती है. सिलेंडर का हाई रेट कई परिवारों के लिए बोझ बन गया. इसके अलावा, कुछ डिलीवरी कर्मी धोखाधड़ी करने वाले कामों में भी लिप्त होते हैं, जिससे हर महीने गैस और पैसे का बड़ा नुकसान होता है. ऐसे में कैसे सुनिश्चित करें कि आपका एलपीजी सिलेंडर भरा हुआ है?
बहुत से कंज्यूमर डोमेस्टिक एलपीजी सिलेंडर के वास्तविक वजन से अनजान होते हैं. बता दें, ठीक से भरे गए सिलेंडर का वजन लगभग 29.7 किलोग्राम होता है, जिसमें 14.2 किलोग्राम गैस और 15.5 किलोग्राम खाली सिलेंडर का वजन शामिल होता है. अगर डिलीवरी के समय सिलेंडर का वजन इससे कम है, तो यह संभावित घोटाले का संकेत है, जहां सील करने से पहले कम गैस भरी गई है या निकाली गई है. ऐसे में सिलेंडर डिलीवरी के दौरान धोखाधड़ी से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव इस प्रकार है.
डिलीवरी लेने से पहले सिलेंडर का वजन करें. डिलीवरी करने वाले व्यक्ति से कहें कि वह आपकी मौजूदगी में इसका वजन करे.
घर पर वजन तौलने वाली मशीन रखें. हुक वाली एक छोटी सी तौल मशीन (लगभग 200-300 रुपये की कीमत वाली) सिलेंडर के वजन को साबित करने में मदद कर सकती है.
सील पर भरोसा न करें. सीलबंद सिलेंडर हमेशा इस बात की गारंटी नहीं देता कि उसमें सही मात्रा में गैस है.
सिलेंडर के वजन के लेबल की जांच करें. सुनिश्चित करें कि डिलीवरी के समय दिए गए वजन असली वजन से मेल खाता हो.अलर्ट रहने के अलावा, यहां कुछ गैस बचत टिप्स दी गई हैं इसे भी फॉलो करें
लो फ्लेम पर खाना पकाएं – धीमी आंच का उपयोग करने से गैस की बचत होती है और आपके भोजन के पोषण मूल्य को बनाए रखने में मदद मिलती है. हाई फ्लेम से अनावश्यक गैस की खपत होती है और भोजन की गुणवत्ता भी खराब हो सकती है.
खाना पकाने से पहले सामग्री भिगोएं- चावल, दाल और अनाज को पहले से भिगोने से वे नरम हो जाते हैं, जिससे खाना पकाने का समय और गैस की खपत कम हो जाती है.
कुकवेयर को ढक्कन से ढंकें – ढक्कन लगाकर पकाने से गर्मी रुक जाती है, जिससे खाना जल्दी पकता है और गैस का उपयोग कम होता है.
सही बर्नर साइज का इस्तेमाल करें – सही बर्नर साइज के कुकवेयर का मिलान करने से गैस का इफिसिएंट उपयोग सुनिश्चित होता है.
सामग्री पहले से तैयार करें- चूल्हा जलाने से पहले सामग्री तैयार रखने से अनावश्यक गैस की बर्बादी को रोका जा सकता है.
बर्नर को साफ रखें – गंदे बर्नर से गैस का अकुशल उपयोग होता है. नियमित सफाई से बेहतर प्रदर्शन सुनिश्चित होता है.
इस्तेमाल से पहले बर्तन सुखाएं- गीले बर्तनों को चूल्हे पर रखने से नमी को वाष्पित करने के लिए अतिरिक्त गैस की आवश्यकता होती है. उन्हें पहले से सुखाने से गैस की बचत होती है.गैस बचाने की इन टेक्नीक और डिलीवरी प्रीकॉशन्स का पालन करके, परिवार अपने LPG सिलेंडर को लंबे समय तक इस्तेमाल कर सकते हैं और साथ ही घोटालों के कारण वित्तीय नुकसान से बच सकते हैं. ये छोटे-छोटे बदलाव महत्वपूर्ण बचत और एक सस्टेनेबल लाइफस्टाइल की ओर ले जा सकते हैं. आज ही इन सुझावों को लागू करें और अपनी गैस खपत और खर्च में अंतर देखें!

