विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) महाकुंभ में आज से तीन दिवसीय बैठक शुरू कर रहा है, जिसमें 47 प्रांतों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. यह बैठक वीएचपी शिविर, झूंसी में आयोजित की जाएगी.
वीएचपी के अंतरराष्ट्रीय महासचिव बजरंग लाल बागरा ने कहा कि इस बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा, जिनमें शामिल हैं:
सरकारी नियंत्रण से हिंदू मंदिरों को मुक्त करना
जनसांख्यिकीय असंतुलन
वक्फ बोर्ड की अनियंत्रित शक्तियां
बांग्लादेश में हिंदुओं का उत्पीड़न
अयोध्या फैसले के बाद काशी और मथुरा जैसे धार्मिक स्थलों की मुक्ति.
बैठक में वीएचपी के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार, महासचिव मिलिंद परांडे, संयुक्त महासचिव विनायकराव देशपांडे और बजरंग दल, मातृ शक्ति और दुर्गा वाहिनी जैसे संबद्ध निकायों के नेता भी भाग लेंगे.
वीएचपी के महामंत्री श्री बजरंग लाल बागड़ा ने बताया कि प्रयाग में महाकुंभ के अवसर पर विश्व की सनातन हिंदू परंपरा के लाखों संत एकत्रित होंगे. वे सनातन की विजय सुनिश्चित करने और सनातन के सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए विमर्श करेंगे और समाज का मार्गदर्शन करेंगे. बैठक में सामाजिक समरसता पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
वीएचपी प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि राम मंदिर निर्माण का लक्ष्य पूरा हो चुका है, इसलिए अब राम को हर घर और हर व्यक्ति तक पहुंचाना है. उन्होंने कहा कि कुंभ मेला एक शानदार उदाहरण है, जहां सभी वर्गों और जातियों के लोग एक साथ आते हैं.