प्रयागराज। महाकुंभ के दुर्लभ योग में अमृतमयी त्रिवेणी में डुबकी लगाने के लिए सनातनधर्मियों का तांता रुकने का नाम नहीं ले रहा है। मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, वसंत पंचमी के शाही स्नान के बाद सामान्य दिनों में भक्ति की लहर देखते बन रही है। कहा जा रहा हैे कि बिना विशेष तिथि या स्नान पर्व के इस तरह का आस्था का जन सैलाब पहली बार देखा जा रहा है। मेला प्रशासन ने सोमवार की शाम छह बजे तक 1.10 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम में डुबकी लगाने का दावा किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महाकुंभ दौरे के बाद पिछले छह फरवरी से संगम स्नान के लिए उमड़ा जन ज्वार लगातार जारी है। रविवार की रात भर संगम जाने वाले मार्गों पर लगी लंबी कतारें सोमवार की शाम तक लयबद्ध होकर बढ़ती रहीं। काली मार्ग, लाल मार्ग,त्रिवेणी मार्ग पर सिर्फ आस्थावानों का तांता लगा रहा। चाहे सूबेदारगंज रेलवे स्टेशन हो या फिर प्रयागराज जंक्शन या प्रयाग, छिवकी रेलवे स्टेशन, हर तरफ श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी रहीं।
सिविल लाइंस बस स्टेशन के सामने बसों पर सिर्फ चढ़ने-उतरने की होड़ मची रही। मुख्य मार्गों पर वाहनोें की लंबी कतारें लगीं तो हाइवे से शहर में प्रवेश करने वाले गलियों के रास्ते संगम की ओर बढ़ने लगे। इससे पुराने शहर के मीरापुर, नुरुल्लाह रोड, खुल्दाबाद, सदियाबाद, एलनगंज, बैंक रोड, बक्शी बांध, बघाड़ा, सलोरी, अल्लापुर, दारागंज में भी भक्ति की लहरों का प्रवाह उमड़ने से पैदल तिल-तिल कर लोग बढ़ते रहे। हर हर महादेव, गंगा मइया की जय… के उद्घोष के बीच श्रद्धालुओं का जोश बढ़ता रहा था।