नई दिल्ली :- आपने कभी सोचा है कि रेस्टोरेंट में जाकर सिर्फ बैठना और घंटों बातें करना गलत भी हो सकता है? हम में से ज्यादातर लोग ये मानते हैं कि कैफे या रेस्टोरेंट हमारी सुविधानुसार बैठने और मिलने-जुलने की जगह हैं. लेकिन हकीकत ये है कि इनके भी अपने कुछ नियम होते हैं. अगर आप इन्हें नजरअंदाज करते हैं, तो आपको असहज स्थिति का सामना करना पड़ सकता है. हाल ही में कुछ ऐसा ही हुआ विराट कोहली और अनुष्का शर्मा के साथ. इंग्लैंड के एक कैफे में बिना ऑर्डर दिए बैठने पर उन्हें पॉलाइटली बाहर जाने को कह दिया गया.
लंदन में रह रहे विराट कोहली और अनुष्का शर्मा एक दिन भारतीय महिला क्रिकेटर जेमिमा रोड्रिग्ज और स्मृति मंधाना से मिलने पहुंचे. सबकी बातचीत क्रिकेट से शुरू हुई और धीरे-धीरे गहरी चर्चा में बदल गई. वक्त का अंदाज़ा ही नहीं हुआ और करीब चार घंटे निकल गए. खास बात ये रही कि इस दौरान कैफे में किसी ने कुछ ऑर्डर नहीं किया. आखिरकार, कैफे मैनेजमेंट ने उनसे कहा कि वो सीट खाली कर दें. ये सुनकर विराट और अनुष्का थोड़े चौंक जरूर गए, लेकिन नियम तो सबके लिए एक जैसे होते हैं. चलिए जानते हैं रेस्टोरेंट में बैठने के वो नियम जिससे विराट और अनुष्का भी अनजान थे.
अब सवाल उठता है कि क्या सच में ऐसे नियम जरूरी हैं
जवाब है—हां. रेस्टोरेंट का मकसद केवल ग्राहकों को खाना-पीना परोसना होता है. अगर कोई ग्राहक सिर्फ बैठा रहे और ऑर्डर न करे, तो ये उनकी बिजनेस पॉलिसी के खिलाफ माना जाता है. रेस्टोरेंट की सीट और जगह लिमिटेड होती है. ऐसे में मैनेजमेंट चाहता है कि वहां बैठने वाले लोग उनके मेन्यू से कुछ ऑर्डर करें, ताकि उनका कारोबार भी चलता रहे.
भारत में इस तरह का कोई सरकारी नियम नहीं है, लेकिन हर रेस्टोरेंट अपनी पॉलिसी के हिसाब से ये तय करता है कि कौन कितनी देर तक बैठ सकता है.
बिना ऑर्डर के कब बैठ सकते हैं
अब आप सोच रहे होंगे कि क्या कभी भी बैठना मना है? दरअसल, कुछ खास परिस्थितियों में आप थोड़ी देर बिना ऑर्डर किए बैठ सकते हैं. जैसे कि अगर आप किसी से मिलने आए हैं और बस 10-15 मिनट की बातचीत करनी है, तो मैनेजमेंट आमतौर पर मना नहीं करता. लेकिन, इसके लिए भी समय का ध्यान रखना पड़ता है. अगर आप घंटों तक बैठे रहेंगे, तो मालिक आपको बाहर जाने को कह सकता है.