सूरत:- गुजरात के सूरत शहर से एक चौंकाने वाली वारदात सामने आई है जिसके बारे में जानकर आप भी दंग रह जाएंगे. शहर के कापोद्रा इलाके में जेल से छूट कर घर आए एक क्रूर पति ने पत्नी के किसी पुरुष के साथ नाजायज संबंध होने की शंका के आधार पर अपने दोस्त के साथ मिलकर उसका सामूहिक बलात्कार किया. इसके बाद उसने पत्नी के साथ मारपीट कर उसे जान से मारने की कोशिश भी की. इसके बाद पति ने अपने दोस्तों की मदद से पत्नी के हाथ पैर बांधकर उसे तापी नदी में फेंकने की कोशिश की थी. लेकिन पत्नी किसी तरह अपनी जान बचाकर सीधे कापोद्रा पुलिस थाने पहुंची. पीड़ित पत्नी ने अपने पति और उसके दोस्तों की करतूत पुलिस के सामने बयान की. मामले की गंभीरता देखते हुए कापोद्रा थाना पुलिस ने गैंगरेप और हत्या की कोशिश का मामला दर्ज कर इस अपराध में मुख्य आरोपी पति और उसके तीन दोस्तों को कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया.
गिरफ्तार इन आरोपियों में पीड़ित महिला का पति गणेश राजपूत भी शामिल है. गणेश राजपूत पहले से 26 गंभीर अपराधों में संलिप्त रहा है. गणेश को संदेह था कि जब वह जेल में था, तब उसकी पत्नी का किसी और पुरुष के साथ नाजायज संबंध था. इसी संदेह के चलते उसने अपनी पत्नी पर अमानवीय अत्याचार करने की साजिश रची थी. गुरुवार 24 जुलाई 2025 की शाम करीब नौ बजे आरोपी पति ने अपनी पत्नी को डंडे और हथौड़े से बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया था. इस हमले के बाद भी पति का गुस्सा शांत नहीं हुआ था. शुक्रवार 25 जुलाई 2025 को सुबह करीब 6 बजे गणेश राजपूत और उसके दोस्त महेश ने शिकायतकर्ता महिला को उसके घर के बाहर से उठाया और दीनदयाल नगर के कमरा नंबर 40 में ले गए. यहां दोनों पुरुषों ने महिला की इच्छा के विरुद्ध बारी-बारी से उसके साथ बलात्कार किया.
उनकी क्रूरता यहीं नहीं रुकी थी. महिला को मारने के इरादे से उसने उसके सिर पर पाइप से हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई. सामूहिक बलात्कार और सिर पर गंभीर चोट लगने के बाद भी आरोपी संतुष्ट नहीं थे. पति गणेश राजपूत ने अपने अन्य दोस्त काच्यो उर्फ विजय ईश्वरभाई राठौड़ और अप्पा जगन्नाथ वाघमारे को बुलाया था. चारों आरोपियों ने महिला को एक ऑटो रिक्शा में बिठाया और उसे तापी नदी के किनारे एक पानी की टंकी पर ले गए. वहां भी उसने महिला को पीटना जारी रखा था. उन्होंने महिला के हाथ-पैर रस्सियों से बांध दिए और उसे तापी नदी में फेंकने की कोशिश की, जिससे महिला मरणासन्न हो गई थी और फिर उसके बाद चारों आरोपी वहां से भाग गए.
गंभीर रूप से घायल महिला को तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. होश में आने के बाद उसने पूरी घटना की शिकायत कापोद्रा पुलिस थाने में दर्ज कराई. इस अपराध की गंभीरता को देखते हुए सूरत पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की. कपोद्रा पुलिस ने आरोपियों के संभावित ठिकानों का पता लगाने के लिए एक निगरानी टीम सहित विभिन्न टीमों का गठन किया. निगरानी टीम ने कुछ ही घंटों में अपराध करने वाले सभी चार आरोपियों का पता लगाकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया. डीसीपी आलोक कुमार ने इस मामले की जानकारी मीडिया को दी थी.