नई दिल्ली : अब की युवा के लिए डेटिंग का मतलब कुछ और होता है। वह रिलेशनशिप को लेकर उतने ज्यादा सीरियस नहीं होते हैं। पहले लोग सीधे तरीके से अपने रिश्ते को निभाते थे। अब को लोग टाइम पास करना ज्यादा पसंद करते हैं। इनमें से एक नया और ट्रेंडिंग रिश्ता है बेंचिंग डेटिंग। कई लोग को बेंचिंग डेटिंग का सही मतलब भी नहीं पता होगा। चलिए जानते हैं क्या होता है बेंचिंग डेटिंग और इस रिश्ते को कैसे निभाते हैं लोग।
क्या है Benching Dating?
बेंचिंग रिलेशनशिप में आप जिस व्यक्ति को पसंद करते हो उसके साथ रह सकते हैं, समय बिता सकते हैं लेकिन जब आपका मन भर जाएं तो आप उस व्यक्ति को छोड़कर जा सकते हैं। इसको बेंचिंग रिलेशनशिप कहां जाता है। बेंचिंग रिलेशनशिप कुछ समय के लिए होता है, इस रिश्ते में आप अपने पार्टनर को यह वादा नहीं करते हैं कि वह आपसे शादी करें। जब वह अकेलापन महसूस करेंगा तो वह आपके साथ समय बिताएंगे लेकिन आप इस रिश्ते को गरलफेंड- बायफेंड का नाम नहीं दे सकती हैं।
बेंचिंग रिलेशनशिप में कपल क्या करते है
बेंचिंग रिलेशनशिप में कपल अपने इमोशनल नीड्स को पूरा करते हैं लेकिन वह एक- दूसरे को कमिटमेंट नहीं देते हैं। दोनों अपनी लाइफ अपने अनुसार बिताते हैं। ऐसे में उन्हें कोई और पसंद आ जाता है तो वह अपना रास्ता आसानी से अलग कर लेते हैं। ऐसे में दूसरे पार्टनर को बुरा नहीं लगता है। वह पहले से जानते हैं कि वह बेंचिंग रिलेशनशिप में थे।
बेंचिंग रिलेशनशिप के नुकसान
अगर आप दोनों में से किसी को भी प्यार हो गया तो आपको बाद में काफी दिक्कत होने वाला है। क्योंकि सामने वाले व्यक्ति के दिमाग में यही होता है कि वह बेंचिंग रिलेशनशिप में हैं। ऐसे में आपको मूवआन करने में काफी ज्यादा दिक्कत हो सकती हैं।