हार्ट अटैक आने से कुछ दिन या घंटे पहले शरीर देता है यह चेतावनी संकेत, इसे भूलकर भी ना करें नजरअंदाज
नई दिल्ली :- हम में से ज्यादातर लोगों ने सुना है कि हार्ट अटैक अचानक होता है, लेकिन यह सच नहीं है. विशेषज्ञों और कई अध्ययनों के मुताबिक हार्ट अटैक से पहले व्यक्ति को कुछ लक्षण महसूस होते हैं, जिन्हें आमतौर पर कई लोग नजरअंदाज कर देते हैं या अनदेखा कर देते हैं. मुंबई के डोंबिवली स्थित AIMS अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. लक्ष्मण गायकवाड़ का कहना है कि हार्ट अटैक से पहले हमारा शरीर कुछ चेतावनी संकेत देना शुरू कर देता है.
बता दें, हार्ट अटैक दिल की धमनियों में ऑक्सीजन और ब्लड फ्लो में रुकावट या कमी का परिणाम है. दिल में ब्लड फ्लो की रुकावट आमतौर पर कोरोनरी धमनियों में फैट, कोलेस्ट्रॉल और अन्य पदार्थों के जमा होने से होती है, जिससे एथेरोस्क्लेरोसिस होता है. यह जमाव, जिसे प्लाक कहा जाता है, धमनियों को संकीर्ण कर देता है, जिससे ब्लड फ्लो सीमित हो जाता है और दिल को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं. कई बार यह प्लाक फटकर थक्का बना सकता है, जो हृदय की ओर रक्त के प्रवाह को अवरुद्ध कर देता है. इससे हृदय गति रुक सकती है या हार्ट फेलियर भी हो सकता है.
डॉ. गायकवाड़ कहते हैं कि हार्ट अटैक आने से पहले व्यक्ति को कुछ लक्षण महसूस होते हैं. डॉ. गायकवाड़ के मुताबिक, कई बार हार्ट अटैक आने से कुछ दिन या घंटे पहले शरीर चेतावनी संकेत देता है. ये संकेत अक्सर हल्के होते हैं और इन्हें अनदेखा कर दिया जाता है, खासकर महिलाओं और बुजुर्गों में. जैसे सीने में दर्द या बेचैनी, सांस लेने में तकलीफ, असामान्य थकान या अपच आदि. इन संकेतों को अक्सर एसिडिटी या एसिड रिफ्लक्स समझ लिया जाता है.
दिल का दौरा पड़ने से कुछ दिन या घंटे पहले होने वाले सामान्य लक्षण
गायकवाड़ के अनुसार, हार्ट अटैक से पहले होने वाले आम लक्षणों में सीने में दर्द शामिल है, जो दबाव, जकड़न, दबाव या दर्द जैसा महसूस हो सकता है. हार्ट अटैक के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं. कुछ लोगों में कोई लक्षण नहीं भी हो सकते हैं.
सीने में दर्द – छाती के बीच में दबाव, भारीपन, जकड़न, दबाव जैसा अहसास
भुजाओं, कंधों, पीठ, गर्दन, जबड़े या पेट जैसे अन्य क्षेत्रों में दर्द
खांसी, घुटन या सांस लेने में कठिनाई
अचानक चक्कर आना , बेहोशी , सिर हल्का होना या चिंता महसूस होना
मतली या उलटी
जलन की भावना
पसीना आना या ठंडा पसीना आना
अनियमित या तेज दिल की धड़कन
महिलाओं में दिल के दौरे के लक्षण
महिलाओं को सीने में दर्द होने की संभावना पुरुषों की तुलना में कम होती है.
पीठ, गर्दन, जबड़े या दोनों भुजाओं में दर्द
सांस लेने में तकलीफ या मतली
बहुत थकान महसूस होना
छाती में दबाव या कसाव महसूस होना
डॉ. गायकवाड़ कहते हैं, “इन शुरुआती लक्षणों को पहचानना और तत्काल चिकित्सा सहायता लेना जीवन रक्षक हो सकता है और हृदय को बड़ी क्षति से बचाने में मदद कर सकता है.
आपको क्या करना चाहिए
डॉ. गायकवाड़ की सलाह है कि यदि आपको दिल के दौरे के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें और डॉक्टर द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का सावधानीपूर्वक पालन करें. इसके साथ ही…
अपने आहार में स्वस्थ चीजें शामिल करें.
ऐसी चीजें खाएं जो रक्त के थक्के बनने से रोकती हैं.
अपनी दिनचर्या में लाइट एक्सरसाइज शामिल करें.
डॉक्टर की सलाह के अनुसार अपने आहार में बदलाव करें.
दिल्ली स्थित आकाश हेल्थकेयर के पांच साल के अध्ययन के अनुसार, कोविड-19 महामारी के बाद दिल के दौरे के मामले दोगुने से अधिक हो गए हैं, जिसमें आपातकालीन मामलों में 60 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. अध्ययन में कहा गया है कि 2020 से 2023 के बीच भारत भर के अस्पतालों में दिल के दौरे के मामलों से पता चलता है कि दिल के दौरे के 50 प्रतिशत मरीज 40 वर्ष से कम उम्र के हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि दिल के दौरे के मामलों में यह वृद्धि खराब जीवनशैली, तनाव, खराब आहार, स्मोकिंग, शराब का सेवन और यहां तक कि जेनेटिक्स कारकों के कारण है. डॉ गायकवाड़ सुझाव देते हैं कि यह समय की मांग है कि शरीर क्या कह रहा है, इसे सुनें और दिल के समुचित कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए ईसीजी सहित समय पर जांच करवाएं.
