रायपुर : बालोद जिले में शिक्षक देवेंद्र कुमार कुमेटी आत्महत्या मामले ने सियासी रंग ले लिया है, क्योंकि आत्महत्या मामले में पूर्व मंत्री पर एफआईआर दर्ज हुई है. अकबर पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा है. इस मामले में पूर्व मंत्री अकबर ने कहा है कि उनके खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया गया है. मृतक ने जो सुसाइड नोट लिखा है वह फर्जी है. सुसाइड नोट का पहले परीक्षण करा लिया जाना चाहिए था. वहीं इस मामले में डिप्टी सीएम व गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि मुझे पता चला है कि एक शिक्षक के सुसाइड नोट में पैसे के लेन-देन के मामले पर बालोद जिले के डौंडी थाने में मामला दर्ज किया गया है. अब इस पर जांच होगा तो और बातें सामने आएगी.
पूर्व मंत्री का कहना है कि जिस सुसाइड नोट के आधार पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई उसमें और मरने से पूर्व थाने में जो आवेदन है उसकी लिखावट में बड़ा अंतर है. यहीं नहीं 14 अगस्त को दिए गए आवदेन में उनके नाम का कहीं कोई उल्लेख भी नहीं है. यह पूरी तरह कूटरचित लग रहा है. आरोपियों के साथ उनके जो संबंध जोड़े जा रहे हैं वह भी झूठे हैं. उनका किसी मदार उर्फ सलीम खान से कोई संबंध नहीं है. न तो उनकी कोई बहन है और न ही भांजा है. कुमेटी के द्वारा दिए गए आवेदन को सरकार छिपा रही है. सरकार ने इस मामले में जल्दबाजी की है. मुझे न्याय पालिका पर पूरा भरोसा है.
वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा है कि हम ऐसे किसी एफआईआर से नहीं डरने वाले हैं. सरकार बदले की भावना से कार्रवाई करने में लगी है.