रायपुर । इंडिया मास्टर्स ने क्रिकेट के स्वर्णिम युग के जादू को फिर से जगाने वाले रोमांचक फाइनल में वेस्टइंडीज मास्टर्स को छह विकेट से हराकर इंटरनेशनल मास्टर्स लीग (आईएमएल) 2025 के पहले संस्करण का खिताब जीता। दिग्गज सचिन तेंदुलकर की अगुआई में इंडिया मास्टर्स ने रविवार को रायपुर के एसवीएनएस इंटरनेशनल स्टेडियम में करीब 50,000 प्रशंसकों की मौजूदगी में शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन करते हुए ब्रायन लारा की कप्तानी वाली वेस्टइंडीज मास्टर्स टीम को हराया। पुरानी यादों, स्किल और खेल की अमर भावना पर आधारित इस टूर्नामेंट में सपनों के मुकाबले देखने को मिले और दो क्रिकेट महाशक्तियों – इंडिया मास्टर्स और वेस्टइंडीज मास्टर्स के बीच फाइनल मुकाबला खेला गया। इस मुकाबले के लिए इससे बेहतर और कुछ नहीं हो सकता था।
इंडिया मास्टर्स ने पहले गेंदबाजी करते हुए विपक्षी टीम को 148/7 के स्कोर पर रोक दिया था और फिर मास्टर ब्लास्टर तेंदुलकर (25) और अंबाती रायुडू (74) की 67 रनों की साझेदारी ने लक्ष्य का पीछा करने की दिशा तय की। इंडिया मास्टर्स ने अपनी बल्लेबाजी से सबको चौंका दिया, क्योंकि तेंदुलकर और रायुडू ने खचाखच भरे स्टेडियम में कुछ पुराने स्ट्रोक्स खेले। तेंदुलकर ने जहां शानदार खेल दिखाया और अपने खास कवर ड्राइव तथा फ्लिक से मैदान को हिला दिया। वहीं, रायुडू ने आक्रामक रुख अपनाया और वेस्टइंडीज मास्टर्स की गेंदबाजी को ध्वस्त कर दिया। 51 वर्षीय स्टार ने 18 गेंदों की अपनी पारी के दौरान दो चौके और एक छक्का लगाकर दर्शकों का मनोरंजन किया, लेकिन टीनो बेस्ट की एक तेज गेंद ने उनकी पारी को खत्म कर दिया, जिससे दर्शकों का उत्साह कुछ देर के लिए शांत हो गया।
हालांकि, रायुडू ने सुनिश्चित किया कि इंडिया मास्टर्स के लक्ष्य की ओर बढ़ने के साथ ही आतिशबाजी जारी रहे। इस प्रक्रिया में, दाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज ने बेस्ट की गेंद पर चौका लगाकर 34 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया, जबकि गुरकीरत सिंह मान (14) के साथ उनकी दूसरे विकेट की साझेदारी ने भारतीय टोटल में 28 रन और जोड़े। मान ऑफ स्पिनर एश्ले नर्स की गेंद पर शानदार शॉट लगाने के प्रयास में आउट हो गए, जिससे जोरदार जयकारों के बीच युवराज सिंह (नाबाद 13) के मैदान पर आने का रास्ता साफ हो गया।
जब इंडिया मास्टर्स जीत की ओर बढ़ रहा था, तभी वेस्टइंडीज मास्टर्स के स्पिनरों ने रायुडू के विकेट ले लिया। रायुडू 50 गेंदों की अपनी पारी में नौ चौके और तीन विशाल छक्के लगाने के बाद बाएं हाथ के स्पिनर सुलेमान बेन का शिकार बने, और नए खिलाड़ी यूसुफ पठान को नर्स ने पगबाधा आउट कर दिया। हालांकि, अंतिम 28 गेंदों पर भारत को 17 रन की ज़रूरत थी। स्टुअर्ट बिन्नी (नाबाद 16) ने दो विशाल छक्के लगाकर इंडिया मास्टर्स को जीत तक पहुंचा दिया।