बिलासपुर : छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में रेलकर्मी की पत्नी ने फेसबुक में लाइव आकर फांसी लगा ली। घटना से पहले महिला ने फेसबुक पोस्ट में लोगों पर शहर के कई प्रभावशाली लोगों पर आरोप लगाया है। पुलिस अब इस मामले में जांच कर रही है। महिला का आरोप है कि उसके साथ 4 साल से छेड़खानी हो रही है और उसे परेशान किया जा रहा है। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।
हालांकि जांच में मानसिक रूप से परेशान रहने की बात आयी है। बेटी ने भी पूछताछ में बताया है कि महिला थोड़े से आवाज में डर जाती थी, घर में शार्ट सर्किट से लगे पर भी महिला ने मारने की साजिश बताया था। मिली जानकारी के मुताबिक सुसाइड से पहले महिला ने फेसबुक पोस्ट कर कुछ लोगों का नाम लिखा है। पोस्ट में महिला ने छेड़छाड़ और गुंडागर्दी से परेशान होकर आत्महत्या करने की बात लिखी है। फेसबुक लाइव में महिला ने बताया कि पप्पू यादव उनसे लगातार 4 साल से छेड़खानी, जिसके चलते पिछले 3 साल से वह सो नहीं पाई है। पप्पू यादव की हरकत में बाकी सभी लोग साथ देते हैं। यह सभी नागू राव की छत पर आकर अपने कपड़े उतार कर उसे अश्लील इशारे करते हैं।
पुलिस ने लाश को बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। फेसबुक पोस्ट में महिला ने लिखा है कि मैं प्रियंका सिंह आत्महत्या कर रही हूं। मेरी मौत की जिम्मेदार पप्पू यादव निवासी श्रीकांत वर्मा मार्ग, नागू राव, मेरे पड़ोसी डॉक्टर अजीत मिश्रा समर्पण क्लीनिक, हाईकोर्ट एडवोकेट दीप्ति शुक्ला, बिलासपुर निवासी सांई दरबार, अनिल शुक्ला साई दरबार का पंडित, पंडित का बेटा है। ये बातें सुसाइड से पहले प्रियंका सिंह ने फेसबुक लाइव में कही है।इसके साथ ही प्रियंका ने विवेक अग्रवाल और विक्की अग्रवाल श्री राम ज्वेलर्स का मालिक, नागू राव की पत्नी, पप्पू यादव की पत्नी सभी है। इन सभी की छेड़खानी और गुंडागर्दी से परेशान होकर मैं आत्महत्या कर रही हूं।
बिलासपुर के एडिश्नल एसपी के मुताबक फेसबुक पोस्ट की सूचना मिलते ही पुलिस प्रियंका सिंह के घर पहुंची, तब घर का दरवाजा अंदर से बंद था। आवाज देने पर कोई दरवाजा नहीं खोल रहा था। पुलिस दरवाजा खुलवाने के लिए कड़ी मशक्कत कर रही थी, तभी महिला का पति अपनी ड्यूटी खत्म कर घर आया। घर का दरवाजा खोला। घर के अंदर जाकर फिर से दरवाजा बंद कर लिया। पुलिस बाहर से आवाज देती रही। थोड़ी देर बाद महिला के पति ने दरवाजा खोला। उसने बताया कि पत्नी ने फांसी लगा ली है। महिला ने फांसी लगाई, तब महिला की 20 वर्षीया बेटी भी घर के अंदर थी। पुलिस जब दरवाजा खटखटा रही थी, तब महिला की बेटी ने भी दरवाजा नहीं खोला। इस बात से पुलिसकर्मियों को पहले लगा था कि महिला घर में अकेली है। दरवाजा खुलने के बाद पुलिस अंदर गई। तत्काल महिला को लेकर जिला अस्पताल ले जाकर भर्ती करवाया।