रायपुर : छात्रों के खराब प्रदर्शन से जितना दुख उन्हें नहीं है, उससे कई गुना अधिक पीड़ा रविवि को हो रही है। कई कक्षा में एक-दो छात्र ही अटके हुए हैं। इनके लिए विश्वविद्यालय को बार-बार परीक्षा आयोजित करनी पड़ रही है। एक बार फिर इस तरह का मामला सामने आया है। पं. रविशंकर शुक्ल विवि द्वारा मंगलवार को कई विषयों के परीक्षा परिणाम जारी किए गए। इसमें एमएससी जियोलॉजी भी शामिल रहा। एमएससी जियोलॉली पुराने पाठ्यक्रम के अंतर्गत प्रथम सेमेस्टर के मात्र एक विद्यार्थी के लिए रविवि द्वारा परीक्षा आयोजित की थी। यह एकलौता छात्र भी फेल हो गया।
नियमतः रविवि को उक्त छात्र के लिए परीक्षा तब तक आयोजित करनी पड़ेगी जब तक वह अनुत्तीर्ण नहीं हो जाता अथवा स्वयं ही परीक्षा फॉर्म नहीं भरता है। रविवि ने उक्त छात्र को एटीकेटी श्रेणी में रखा है। एकलौते विद्यार्थी के लिए रविवि को पुनः समय-सारिणी जारी करनी पड़ेगी तथा विषय विशेषज्ञों से प्रश्नपत्र भी सेट करवाने होंगे। इस पूरी प्रक्रिया में विद्यार्थी से लिए जाने वाले परीक्षा शुल्क से कई गुना अधिक खर्च विवि प्रबंधन को करना होता है। ना केवल इस विषय में बल्कि कई अन्य ऐसे सब्जेक्ट हैं, जिसमें फेल हो रहे एक-दो विद्यार्थियों के लिए रविवि को परीक्षाएं आयोजित करनी पड़ती है।
जंतुशास्त्र के परिणाम बेहतर
रविवि द्वारा मंगलवार को जिन पांच कक्षाओं के परिणाम जारी किए गए हैं, उनमें सर्वाधिक अच्छे नतीजे जंतुशास्त्र के रहे हैं। एमएससी जंतुशास्त्र प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा में 412 विद्यार्थी शामिल हुए थे। इनमें से 380 अर्थात 92.23% विद्यार्थी सफल रहे। एमएससी जंतुशास्त्र पुराने पाठ्यक्रम की प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा में शामिल 26 विद्यार्थियों में से 18 छात्र उत्तीर्ण रहे हैं। बीबीए पंचम सेमेस्टर की परीक्षा में सर्वाधिक विद्यार्थी शामिल हुए। 677 में से 455 सफल रहे। 62 को अनुत्तीर्ण तथा 160 को एटीकेटी श्रेणी में रखा गया है। उत्तीर्ण छात्रों का प्रतिशत 67.21% रहा। एमएससी जियोलॉजी प्रथम सेमेस्टर में 15 में से 14 छात्र उत्तीर्ण रहे। सभी परिणाम रविवि ने अपने वेबसाइट में अपलोड कर दिए हैं।
मूल्यांकन अंतिम चरण में
रविवि की सेमेस्टर परीक्षाएं जनवरी के प्रथम सप्ताह से प्रारंभ हुई थी। इसके साथ ही रविवि ने मूल्यांकन कार्य भी प्रारंभ कर दिए थे। केंद्रीकृत मूल्यांकन होने के कारण उत्तरपुस्तिकाएं तेजी के साथ जांची जा रही हैं। रविवि प्रबंधन के मुताबिक, मार्च के प्रथम पखवाड़े में सभी सेमेस्टर कक्षाओं के परिणाम संभावित हैं। मार्च के प्रथम सप्ताह से ही रविवि की वार्षिक परीक्षाएं भी शुरू हो रही हैं।