पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय ने प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर पदों की भर्ती के लिए पदों की संख्या में वृद्धि की है। नया विज्ञापन अगले सप्ताह तक जारी किया जाएगा।
पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय का ऐतिहासिक चित्र।
रायपुर। पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय ने प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए पदों की संख्या को 49 से बढ़ाकर 60 कर दिया है। नया विज्ञापन अगले सप्ताह जारी होने की संभावना है। पहले से आवेदन कर चुके अभ्यर्थियों को फिर से आवेदन की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि विषयों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
प्रोफेसर के लिए पहले आठ, एसोसिएट प्रोफेसर के लिए 22 और असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए 19 पद थे। अब इनकी संख्या बढ़ाकर प्रोफेसर के 10, एसोसिएट प्रोफेसर के 25 और असिस्टेंट प्रोफेसर के 25 कर दी गई है। पिछली वैकेंसी में कुल 49 पद थे, जिसमें से भूगोल के एक पद को घटाया गया है। इस प्रकार, कुल 60 पद हो गए हैं—पहले के 48 और नए 12 मिलाकर।
अधिकारियों का कहना है कि पहले किए गए आवेदन स्वीकार्य होंगे और दोबारा आवेदन की आवश्यकता नहीं है। लेकिन यदि उम्मीदवारों के पास अतिरिक्त दस्तावेज जैसे रिसर्च पेपर, अनुभव प्रमाण पत्र या अन्य सामग्री है, तो वे इन्हें जमा कर सकते हैं।
इन 24 क्षेत्रों में भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
पीआरएसयू में 24 विभिन्न विषयों के लिए भर्ती की जाएगी। इन विषयों में भूगोल, समाजशास्त्र, इतिहास, प्राचीन भारतीय इतिहास और संस्कृति, पुरातत्व, कंप्यूटर साइंस, साहित्य और भाषा, अर्थशास्त्र, फिजिक्स एंड एस्ट्रोफिजिक्स, फिलॉसफी एंड योगा, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड फोटोनिक्स, आप्टोइलेक्ट्रॉनिक्स एंड लेजर टेक्नोलॉजी, बायो साइंस, एमबीए, बायो टेक्नोलॉजी, गणित, फार्मेसी, एंथ्रोपोलॉजी, विधि, रीजनल स्टडीज, भूगर्भ शास्त्र, सेंटर फॉर बेसिक साइंस, हिंदी, साइंस, लाइब्रेरी इन्फॉर्मेशन और स्टैटिस्टिक्स शामिल हैं।
पिछले वर्ष की पीआरएसयू भर्ती में 375 अभ्यर्थियों ने विभिन्न विषयों के लिए आवेदन किया। हिंदी के असिस्टेंट प्रोफेसर पदों के लिए सबसे अधिक आवेदन आए, जहां चार पदों के लिए 100 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए।
भर्तियों के लिए यूजीसी विनियमन 2018 का पालन किया जाएगा।
भर्ती प्रक्रिया यूजीसी विनियमन 2018 के तहत संचालित होगी, जिसमें यूजीसी द्वारा जारी 100 नंबर के स्कोर कार्ड को मानक के रूप में लिया जाएगा। स्कोर कार्ड में शैक्षणिक रिकॉर्ड, शोध पत्र, अनुभव और अन्य मानदंडों के लिए अंक निर्धारित हैं, और इसी आधार पर मेरिट सूची तैयार की जाएगी। चयन साक्षात्कार के माध्यम से किया जाएगा।