रायपुर : बलौदाबाजार को लेकर कांग्रेस और बीजेपी राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप तेज है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बलौदाबाजार मामले में भाजपा पर गंभीर आरोप लगाये, तो वहीं भाजपा ने भी पलटवार कर कांग्रेस को संदेह के दायरे में खड़ा कर दिया। शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा था कि कि गिरौदपुरी के महकोनी गांव में 15-16 मई को जैतखाम को क्षति पहुंचाया गया था उसके बाद लगातार धरना प्रदर्शन और 10 तारीख को बलौदाबाजार में विरोध प्रदर्शन हुआ था। प्रदर्शन के दौरान असामाजिक तत्वों ने वाहनों को जलाया, कलेक्टर और एसपी कार्यालय को जलाया, आबकारी विभाग को जलाया और उसके बाद जो पुलिस का आतंक उसी समय से शुरुआत हुई है।
जो भी सफेद कपड़े पहने थे उसे दौड़ा-दौड़ाकर मारना पीटना, चमड़ी निकल जाने हद तक के पिटाई की गयी। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि किशोर नवरंगे बलौदाबाजार में आयोजनकर्ता में से एक है उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है, वो पुलिस रिमांड पर है। उसके पिताजी, उसके भाई और उसके जीजाजी साथ सतनामी समाज के लोग मिलने आये और उन्होंने मुझे आवेदन दिया है। इस आवेदन में गंभीर बातें कही गयी है। उसके साथ मारपीट की जा रही, उसे मानसिक प्रताड़ता दी जा रही है, भोजन नहीं दिया जा रहा है और गाली-गलौज कर रहे है। गंभीर बात यह है कि वो कह रहे है कि कांग्रेस के बड़े नेताओं का नाम ले तो उन्हें छोड़ देंगे।
भूपेश बघेल के आरोप पर भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधायक,बलौदा बाजार घटना की जांच समिति की सदस्य रंजना साहू ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा बलौदाबाजार हिंसा को लेकर पत्रकार वार्ता में किए गए अनर्गल प्रलाप पर पलटवार करते हुए कहा है कि बलौदाबाजार में जितनी हिंसा हुई, उससे भूपेश बघेल का पेट नहीं भरा है। वे अभी भी आग लगाने का काम कर रहे हैं। रंजना साहू ने कहा कि जिस प्रकार से आरोपियों के रिश्तेदार भूपेश बघेल के पास पहुँच रहे हैं, उससे यह बात और पुख्ता हो रही है कि इस घटनाक्रम की पूरी रिपोर्टिंग भूपेश बघेल को भी हो रही थी।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता रंजना साहू ने कहा कि बलौदाबाजार की दुर्भाग्यपूर्ण हिंसा व आगजनी के पीछे नेतृत्व वही कर रहे थे और अब चूँकि जाँच चल रही है, दूध का दूध व पानी का पानी होने जा रहा है, उससे भूपेश बघेल घबरा रहे हैं और घबराहट में यह अनर्गल प्रलाप रहे हैं। रंजना साहू ने कहा कि बलौदाबाजार अग्निकांड मामले को लेकर कांग्रेस वातावरण को बिगाड़कर अपनी गंदी राजनीतिक सोच से प्रदेश के समरस सामाजिक सौहार्द्र को क्षति पहुँचा रही है। दरअसल बलौदाबाजार मामले के षड्यंत्र में अपनी भूमिका के जगजाहिर हो जाने के भय से कांग्रेस के लोग बेचैन हो रहे हैं और जातीय विद्वेष की आग लगाकर अब प्रदेश की जनता का ध्यान भटका रहे हैं।
रंजना साहू ने कहा कि बलौदाबाजार में हुई आगजनी की भीषण वारदात एक सुनियोजित राजनीतिक षड्यंत्र है और इसमें कांग्रेस की संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा सकता। प्रदेश सरकार की प्रारंभिक जाँच भी इसी दिशा में स्पष्ट संकेत कर रही है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता रंजना साहू ने कांग्रेस की भूमिका पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने इस आंदोलन को हिंसक दिशा देने की सुनियोजित तैयारी की थी और तथाकथित आंदोलनकारियों के आने-जाने के लिए वाहन, 15 हजार लोगों के भोजन की व्यवस्था की थी। आंदोलन में शामिल कांग्रेस नेता देवेंद्र यादव, रुद्र गुरु की तस्वीरें इस बात की तस्दीक कर रही हैं कि सामाजिक समरसता को बिगाड़कर विषाक्त वातावरण बनाने में कांग्रेस ने कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी थी।
रंजना साहू ने कहा कि अब इस मामले की न्यायिक जाँच में सारे तथ्य और सत्य सामने आएंगे, इसलिए कांग्रेस के नेता अपने बेनकाब हो जाने के डर के मारे बिलबिला रहे हैं और अपनी चमड़ी बचाने के लिए झूठ बोलकर प्रदेश को गुमराह करने में लगे हैं। लेकिन प्रदेश में अब मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में भाजपा की सरकार ऐसे षड्यंत्रकारियों को कतई नहीं बख्शने वाली है। रंजना साहू ने कहा कि इस साजिश में संलिप्तता का खुलासा होने पर राजनीतिक नौटंकियाँ करके दबाव बनाने व प्रदेश को गुमराह करने की कांग्रेसियों की ओछी राजनीति अब सफल नहीं होगी।