सक्ती : सक्ती जिले में एक ऐसा भी तहसील कार्यालय है, जहां बिना पैसों के काम तो दूर की बात है सुरेश बाबू साइन तक नहीं करते हैं. जी हां हम बात कर रहे हैं सक्ती जिले के मालखरौदा तहसील की जहां किसानों से इन दिनों खूब पैसा वसूली की जा रही है.
जिस पर मालखरौदा तहसीलदार भी रोक नहीं लगा पा रहे हैं। अफसर यहाँ छोटे से छोटे कामों के लिए किसानों से पैसों की वसूली कर रहे हैं. मामले का खुलासा तब हुआ जब हमारे संवाददाता एक किसान के साथ खसरा नंबर निकलवाने गए, इसके एवज में उनसे 200 से 300 रुपए की वसूली कर ली गई. हमारे संवाददाता ने जब पूछा कि किस लिए पैसा ले रहे हैं तो बोला गया की साइन करने के लिए लगता है.
पहले तो तहसील कार्यालय में गए तो वहां कोटवार ने अपना चार्ज लिया फिर फोटो कॉपी का अलग लिया जिसके बाद काम होने के बाद जब खसरा का सत्यापन के लिए बाबू सुरेश कुमार के पास गए तो उसने भी अपना चार्ज बता कर 100 रुपए माँगा। इस पर जब कोटवार को पैसे देने की बात कही गई तो तहसील के बाबू ने कहा मुझे मतलब नहीं है, चार्ज तो लगेगा, तब किसान ने मजबूरी में पैसा दिया जिसके बाद सवालों के घेरे में मालखरौदा तहसील कार्यालय के बाबू आ गए हैं.
क्या कहते हैं मालखरौदा के जिम्मेदार अधिकारी?
मामले को लेकर जब मालखरौदा एसडीएम से बात किया गया तो उन्होंने कहा कि अभी तो मैं फील्ड में जा रही हूं और जो भी वीडियो है भेजिए मेरे व्हाट्सएप नंबर पे फिर देखते हैं.