रायपुर : छत्तीसगढ़ पीसीसी चीफ दीपक बैज ने सीएम विष्णु देव साय को पत्र लिखा है. इस पत्र के जरिए उन्होंने अपने आवास पर हुई रेकी को लेकर परेशानी बताते हुए मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. उन्होंने मुख्यमंत्री साय के साथ-साथ डीजीपी को भी पत्र लिखा है.
दीपक बैज के आवास की रेकी
छत्तीसगढ़ पीसीसी चीफ दीपक बैज ने अपने आवास पर रेकी के आरोप लगाए हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि दंतेवाड़ा एएसपी के दो पुलिसकर्मी उनके आवास की जासूसी कर रहे थे. इन आरोपों के बाद प्रदेश में सियासत भी शुरू हो गई. इस मामले में अब दीपक बैज ने सीएम साय और डीजीपी को पत्र लिखा है.
सीएम साय को लिखा पत्र
दीपक बैज ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने लिखा है- ‘मेरे निवास D-2/22 ऑफिसर्स कॉलोनी देवेन्द्र नगर (थाना गंज), रायपुर में दिनांक 26 फरवरी की रात 12 बजे से 27 फरवरी की रात 12 जे तक लगातार 24 घंटे तक एक सफेद रंग की स्कॉर्पियो वाहन क्रमांक सीजी 18P 6418 में नरेश सलाम और उनके अन्य दो साथियों के द्वारा रेकी/जासूसी की जा रही थी. इसकी जानकारी प्राप्त होने पर स्वंय मैं और कांग्रेस के कुछ अन्य कार्यकर्ताओं-पदाधिकारियों ने तीनों जासूसी करने वाले व्यक्तियों को पकड़ कर उनसे पूछताछ की.’
‘दंतेवाड़ा पुलिस विभाग में पदस्थ तीनों आरोपी’
उन्होंने पत्र में आगे लिखा-‘पूछताछ में उन्होंने बताया कि हम तीनों दंतेवाड़ा जिला के पुलिस विभाग में पदस्थ TI और आरक्षक हैं, जिन्होंने पूछताछ के दौरान दंतेवाड़ा जिले के अतिरिक्ति पुलिस अधीक्षक आर.के. बर्मन के निर्देश पर यहां आना बताया है. स्थानीय थाना गंज रायपुर के प्रधान आरक्षक दिनेश वर्मा और मौके पर उपस्थित पर अन्य आरक्षकों को उपरोक्त जासूसी करने वाले तीनों व्यक्तियों को सौंपा दिया गया है.’
‘षडयंत्रपूर्वक किसी अनहोनी घटना को अंजाम देने की कोशिश‘
दीपक बैज ने अपने पत्र में षडयंत्रपूर्वक किसी अनहोनी घटना को अंजाम देने की कोशिश की भी बात कही है. उन्होंने पत्र में लिखा- ‘उपरोक्त तीनों व्यक्तियों ने बहुत ही सुनियोजितढंग से षडयंत्रपूर्वक किसी अनहोनी घटना को अंजाम दिए जाने के उद्देश्य से पिछले 24 घंटे से मेरे निवास स्थान के पास अवैधानिक रूप से रेकी/जासूसी कर रहे थे, जो जांच का विषय है.’ दीपक बैज ने पत्र के जरिए नरेश सलाम और उनके अन्य दो साथियों सहित दंतेवाड़ा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के खिलाफ अवैधानिक रूप से रेकी/जासूसी करने की गंभीर मामले को ध्यान में रखते हुए उक्त पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच कर एक्शन लेने की मांग की है.