कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा में बागेश्वर बालाजी का भव्य हनुमान मंदिर बनने जा रहा है, जिसका भूमि पूजन पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के हाथों संपन्न हुआ। इस अवसर पर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने अखाड़ा परिषद के हालिया बयान का समर्थन किया, जिसमें महाकुंभ में गैर-हिंदुओं को दुकानें न देने की बात कही गई थी। उन्होंने कहा कि यह निर्णय उचित है, क्योंकि महाकुंभ में ऐसी गतिविधियों में उन्हीं को शामिल करना चाहिए, जो सनातन संस्कृति, पूजा-पाठ और सामग्री की शुद्धता के महत्व को समझते हैं। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, “मेरे आंगन में तुम्हारा क्या काम है,” जिससे स्पष्ट हुआ कि उन्होंने अखाड़ा परिषद के बयान का समर्थन किया है।
छत्तीसगढ़ राज्य में सनातन संस्कृति और सामाजिक एकता को बढ़ावा देने की दृष्टि से कवर्धा में बागेश्वर बालाजी मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। इस मंदिर का उद्देश्य न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक भी है। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि इस मंदिर के निर्माण से लोगों में अंधविश्वास और भेदभाव को दूर करने की कोशिश की जाएगी। इस पहल का उद्देश्य है कि छत्तीसगढ़ की जनता अपने धार्मिक मूल्यों को समझे और एकता एवं समरसता के साथ आगे बढ़े।
भूमि पूजन के दौरान पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने “बाटोगे तो काटोगे” बयान पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने समाज में एकता और प्रेम की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि विभाजन की भावना को छोड़कर, हमें एकजुट होकर रहना चाहिए। उनका यह बयान समाज में फैली विभिन्न कुरीतियों और अंधविश्वासों को दूर करने का संदेश भी देता है।