जमीन मुआवजा के लिए मर्डर, भतीजा और पत्नी ने मिलकर की चाचा की हत्या
कवर्धा:- कबीरधाम की पोड़ी पुलिस ने प्रभाटोला हत्याकांड के अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा ली है. पुलिस ने हत्या के आरोप में मृतक के भतीजे सहेबदास कुर्रे और उसकी पत्नी सरोज बाई को गिरफ्तार कर लिया है. हत्या में इस्तेमाल टंगिया भी जब्त की गई है.
पोड़ी पुलिस ने बताया कि 2 जून की सुबह मृतक का भतीजा सहेबदास कुर्रे ने फोन कर सूचना दिया कि रात में घर के आंगन में सो रहे उसके चाचा अगमदास कुर्रे (उम्र 70 साल) की किसी अज्ञात व्यक्ति ने हत्या कर दिया है. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा.
पीएम रिपोर्ट में पता चला कि मृतक को धारदार हथियार से मारा गया है. पुलिस ने परिजन और गांव वालों से पूछताछ किया. पुलिस को पता चला कि मृतक के नाम जमीन है. सड़क निर्माण के लिए प्रशासन ने इस जमीन का अधिग्रहण किया है और मुआवजा राशि को लेकर भतीजा सहेबदास से विवाद चल रहा है.
पुलिस ने मृतक के भतीजे को थाना लेकर आई और कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने जुर्म कुबूल कर लिया. पुलिस को बयान दिया कि मुआवजा की राशि पाने के लिए उसने अपनी पत्नी सरोज बाई के साथ मिलकर चाचा की हत्या की. चाचा जब सो रहा था तब टंगिया से मार कर हत्या की है. अपराध को छुपाने के लिए कहानी रची थी. पुलिस ने आरोपी सहेबदास कुर्रे के बयान पर उसकी पत्नी सरोज बाई को भी गिरफ्तार किया. दोनों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया.
बोड़ला डीएसपी अखिलेश कौशिक ने बताया कि 2 जून को पुलिस को सूचना मिली थी कि अगमदास नाम के एक शख्स की हत्या हुई है. सूचना पर पुलिस ने अपराध दर्ज कर मामले की जांच की. पुलिस को सूचना मिली कि मृतक अगमदास का बायपास मार्ग में जमीन मुआवजा की राशि को लेकर भतिजे सहेबदास कुर्रे के साथ विवाद चल रहा था. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर सहेबदास कुर्रे को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने जुर्म कबूल लिया और पत्नी के साथ मिलकर हत्या करना बताया.
