उज्जैन/वाराणसी : आज पूरे देशभर में महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है। काशी के विश्वनाथ मंदिर में बाबा के दर्शन के लिए पूरी रात भक्त लाइन में लगे रहे। शिव-पार्वती के विवाह उत्सव शिवरात्रि की धूम है। काशी, महाकाल, हरिद्वार, ओंकरेश्वर, सोमनाथ समेत सभी ज्योतिलिंर्गों और बड़े शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ी है। वाराणसी पुलिस का दावा है कि सुबह 6 बजे तक ही 2 लाख भक्त दर्शन कर चुके हैं।

ऐसा ही हाल उज्जैन में महाकाल का है। यहां भी सुबह 6 बजे तक करीब 35 हजार श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे। महाकाल मंदिर के पट आज एक घंटे पहले सुबह 3 बजे खोल दिए गए थे। आमतौर पर सुबह 4 बजे यह पट खुलते हैं। पट खुलने के बाद सुबह 4 बजे से 5 बजे तक भस्मारती हुई। जिन्हें पास मिले हुए थे, उन्होंने गर्भगृह के करीब गणेश मंडपम में बैठकर भस्मारती के दर्शन किए।

जबकि, आम श्रद्धालुओं ने छत के रास्ते कार्तिक मंडपम से भस्मारती दर्शन किए। सुबह 6.30 बजे तक 35 हजार श्रद्धालु महाकाल के दर्शन कर चुके हैं। महाकाल में 19 फरवरी की रात तक गर्भगृह के कपाट खुले रहेंगे। इस तरह यहां भक्त लगातार 44 घंटे तक दर्शन कर सकेंगे। शिवरात्रि के अगले दिन यानी 19 फरवरी को सुबह 11 बजे महाकाल का सेहरा उतारा जाएगा।

उनके स्वर्ण आभूषण लॉकर में रखकर सील किए जाएंगे। दोपहर 12 बजे से भस्म आरती होगी, जो साल में एक बार ही दिन में आयोजित की जाती है। महाकाल के दर्शन के लिए रात में ही डेढ़ किलोमीटर लंबी कतार लग गई थी। आज श्रद्धालुओं को महाकाल के दर्शन दो घंटे में हो पा रहे हैं। महाकाल के दर्शन के लिए रात में ही डेढ़ किलोमीटर लंबी कतार लग गई थी।

आज श्रद्धालुओं को महाकाल के दर्शन दो घंटे में हो पा रहे हैं। महाशिवरात्रि पर्व के चलते उज्जैन के सभी होटल बुक हैं। इसकी वजह से लोगों ने शुक्रवार की रात पार्किंग, फुटपाथ और मंदिर के आसपास गुजारी।
