उत्तरप्रदेश :- गोरखनाथ क्षेत्र के रामपुर नयागांव में रहने वाली 19 वर्षीय नीलम की अचानक गायब होने की शिकायत के बाद खुलासा हुआ है कि उसकी खुद का भाई रामआशीष निषाद ने ही उसकी हत्या कर दी थी।
27 अक्टूबर की रात लगभग 9 बजे नीलम के घरवालों ने 112 नंबर पर सूचना दी कि नीलम घर वापस नहीं लौटी। परिवार की चिंता बढ़ने पर अगले दिन यानी 28 अक्टूबर को मामला दर्ज किया गया। शुरुआती जांच में सुराग नहीं मिलने पर पुलिस ने परिवार से पूछताछ की। तभी सीसीटीवी फुटेज में एक शख्स को बोरे रखकर बाइक पर ले जाते हुए देखा गया, जिसे बाद में परिवार और पुलिस ने पहचान कर रामआशीष बताया। फुटेज तथा अन्य सबूतों के आधार पर शक उस पर गहराया।
29 अक्टूबर की सुबह रामआशीष को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की गई। शुरू में आरोपी गोलमोल जवाब देता रहा और खुद को अलग बताते हुए कहा कि वह छठ मनाने पत्नी के साथ कप्तानगंज गया था। हालांकि जब पुलिस ने वीडियो व अन्य सबूत दिखाई तो उसने अंततः जुर्म कबूल कर लिया। रामआशीष ने स्वीकार किया कि उसने अपनी बहन नीलम का गला दुपट्टे से दबाकर हत्या कर दी और शव बोरे में भरकर कुशीनगर के कप्तानगंज क्षेत्र में फेंक दिया। उस स्थान की निशानदेही पर पुलिस ने शव बरामद कर लिया।
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि आरोपी लंबे समय से परिवार से असंतुष्ट था। करीब तीन वर्ष पहले जमीन के अधिग्रहण के एवज में मिले तीन लाख रुपये के विभाजन को लेकर विवाद चला आ रहा था। पीड़ित के पिता चिनकू निषाद ने वह रकम नीलम की शादी हेतु अलग रखी थी, जिससे रामआशीष नाराज रहता था। सोमवार शाम को इसी पुराने विवाद को लेकर दोनों के बीच फिर बहस हुई, और गुस्से में उसने नीलम का गला दबा दिया।

