प्रारंभिक देखरेख व बच्चों की बुनियादी शिक्षा और संख्या ज्ञान आवश्यक
बलौदाबाजार :- लिलेश्वर निषाद : छत्तीसगढ़ सरकार की बालवाड़ी योजना के तहत् बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु महिला बाल विकास विभाग और अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की संयुक्त कार्यशाला का आयोजन आज जिला पंचायत के सभागार में संपन्न हुआ।
इस कार्यशाला में महिला बाल विकास विभाग के सभी सुपरवाइजर को बच्चों की बुनियादी शिक्षा व संख्या ज्ञान मजबूत करने के लिए विशेषज्ञों द्वारा टिप्स बताए गए। कार्यशाला में बालवाड़ी और आंगनबाड़ी की शिक्षा तैयारी के बारे में बताया गया। साथ ही कहा गया कि बालवाड़ी केंद्रों के 03 से 06 साल के बच्चों की बुनियादी शिक्षा और संख्या ज्ञान को खेल गतिविधि व पोस्टर के माध्यम से और बेहतर किया जा सकता है। ताकि बच्चों के बौद्धिक और मानसिक विकास बेहतर रूप से हो सके।

वही जिला पंचायत सीईओ गोपाल वर्मा ने बच्चों को बचपन से ही संस्कार देने,नशापान के दुष्प्रभाव बताकर उससे दूर रहने तथा खानपान और खेल खेल में शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रेरित किए। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत बच्चों के बौद्धिक विकास में बदलाव लाने के लिए विशेष स्तर की शिक्षा के साथ अपने आसपास स्थित संसाधनों का उपयोग व बुनियादी साक्षरता के साथ शुरुआती कक्षाओं में बच्चों के सीखने की कला को बढ़ावा देने आवश्यक कदम सुझाए गए।
आईसीडीएस अन्तर्गत यह सम्पूर्ण जिले में यह प्रारंभ हो रहा हैं। जिलेकार्यशाला में अध्यक्षता महिला बाल विकास विभाग के उप संचालक एल. आर.कच्छप ने किया। इस दौरान महिला बाल विकास विभाग के सभी सुपरवाइजर के साथ अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के जिला समन्वयक प्रकाश चंद्र गौतम एवं प्रशिक्षण संचालनकर्ता के रूप में प्रत्युष शंकर,लोकेश, आभाष,सौगाता उपस्थित रहे।