नई दिल्ली:- राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग छात्रों को मानवाधिकारों के बारे में शिक्षित करने के अपने प्रयासों को जारी रखा है. इसी के तहत वह अपने शीतकालीन इंटर्नशिप कार्यक्रम के (डब्ल्यूआईपी) 2025 के माध्यम से देश भर के 80 छात्रों को इंटर्नशिप प्रदान करेगा. इस अधिकार संस्था की एक महीने की इंटर्नशिप 15 दिसंबर से शुरू होने वाली है.
एनएचआरसी को मानवाधिकार संरक्षण अधिनियम, 1993 की धारा 12 (एच) के मुताबिक, मानवाधिकारों की सुरक्षा और सुधार की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इस अधिदेश के अनुरूप, इसने क्रम अनुसार 1998 और 2000 से लगातार ‘शीतकालीन और ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप कार्यक्रम’ आयोजित किए हैं.
यह अधिकार संगठन विभिन्न प्रचार रणनीतियों का उपयोग करके मानवाधिकारों के सिद्धांतों का प्रसार कर रहा है, जिसमें विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों, सरकारी प्रशासनिक और प्रशिक्षण एजेंसियों, नागरिक समाज समूहों और गैर-सरकारी संगठनों के साथ संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रमों की व्यवस्था शामिल है.
एनएचआरसी ने कहा कि, पिछले इंटर्नशिप कार्यक्रमों के अनुभव को ध्यान में रखते हुए, इस साल शीतकालीन इंटर्नशिप कार्यक्रम 2025 के लिए अधिकतम 80 छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा. इसके अलावा, दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र के 20 छात्रों को प्रतीक्षा सूची में रखा जा सकता है. मानवाधिकार संस्था ने कहा कि यदि कोई इंटर्न इंटर्नशिप छोड़ देता है, तो प्रतीक्षा सूची में रखे गए छात्रों को शीतकालीन इंटर्नशिप कार्यक्रम के दूसरे दिन से पहले इंटर्नशिप में शामिल होने के लिए बुलाया जा सकता है.
इंटर्नशिप के लिए कौन आवेदन कर सकता है
एनएचआरसी के मुताबिक, वे छात्र जिन्होंने प्रथम वर्ष पूरा कर लिया है और एलएलबी (तीन वर्षीय) के दूसरे या तीसरे वर्ष के पाठ्यक्रम कर रहे हैं, वे छात्र जिन्होंने बीए एलएलबी, बीबीए एलएलबी के पांच वर्षीय एकीकृत पाठ्यक्रम के तीन वर्षीय या छठे सेमेस्टर को पूरा कर लिया है और चौथे और पांचवें साल की पढ़ाई कर रहे हैं, और वे छात्र जो एलएलएम पाठ्यक्रम कर रहे हैं, आवेदन कर सकते हैं.
मानवाधिकार में पीजी डिप्लोमा, मानवाधिकार में एमए, राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र, समाज कार्य (एमएसडब्ल्यू), अपराध विज्ञान, लोक प्रशासन, ग्रामीण विकास, इतिहास, अर्थशास्त्र, वाणिज्य, मानव विज्ञान, जनसंचार, अंतर्राष्ट्रीय संबंध और सामाजिक विज्ञान के किसी भी विषय के पीजी छात्रों पर विचार किया जाएगा. केवल यूजीसी से मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों के नियमित पाठ्यक्रमों के छात्र ही पात्र होंगे.
इसके अलावा, छात्रों को बारहवीं कक्षा और उसके बाद के सभी सेमेस्टर में उपस्थित डिग्री कार्यक्रमों में न्यूनतम 65 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होंगे. सभी आवेदनों के साथ एक अनुशंसा पत्र संलग्न होना चाहिए जिस पर आवेदक जिस संस्थान में अध्ययन कर रहा है, उसके प्राचार्य/विभागाध्यक्ष या डीन का नाम, हस्ताक्षर, दिनांक और रबर स्टैम्प और सील अंकित हो.
शीतकालीन इंटर्नशिप प्रोग्राम की संरचना
इस कार्यक्रम में विभिन्न मानवाधिकार मुद्दों पर लगभग 65-75 सत्र होंगे. इसमें कक्षा सत्र, अध्यक्ष, सदस्यों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत; मानवाधिकार मुद्दों पर शोध परियोजना कार्य, पुस्तक समीक्षा गतिविधि, मानवाधिकारों पर फिल्में और चाइल्ड लेबर, तस्करी विरोधी, वृद्धों के अधिकार, स्वास्थ्य और शिक्षा के मुद्दों पर चर्चा शामिल है.
इसके अलावा, इसमें पुलिस थानों, जेल, गैर सरकारी संगठनों, संसद भवन, राष्ट्रीय महिला आयोग, अल्पसंख्यक, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति, राष्ट्रीय हरित अधिकरण, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग और सुप्रीम कोर्ट का क्षेत्रीय दौरा भी शामिल है.
सफलतापूर्वक इंटर्नशिप पूरी करने वाले सभी चयनित प्रशिक्षुओं को 12,000 रुपये का वजीफा दिया जाएगा. आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 4 नवंबर है. इसे एनएचआरसी की वेबसाइट के माध्यम से जमा करना होगा.

