रायपुर : आरक्षण को लेकर राज्य सरकार और राजभवन में तनातनी जारी है। 1 महीने बाद भी जहां राज्यपाल का रुख आरक्षण बिल को लेकर साफ नहीं हो सका है, तो वहीं कांग्रेस लगातार इस मामले में हमलावर है। इसी बीच राज्यपाल ने बस्तर दौरे पर जाने का फैसला लिया है। अब राज्यपाल के इस बयान को लेकर भी राजनीति गरम है। इधर मुख्यमंत्री ने एक सवाल के जवाब में आरक्षण के मुद्दे पर राजभवन पर तीखा हमला बोलाा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल के निर्णय से समाज में असंतोष है, कि विधानसभा से पारित बिल को वो एक महीने से ज्यादा वक्त से लटका के रखी है, वो राजनीति कर रही है। बेहद दुर्भाग्यजनक है कि छत्तीसगढ़ शांतिपूर्ण प्रदेश है। उसमें जहर घोलने का काम भारतीय जनता पार्टी के लोग कर रहे हैं। उसको वो प्रश्रय देने का काम कर रही है। जो बेहद दुर्भाग्यजनक है।
वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अमित शाह की तरफ से अयोध्या में राम मंदिर बनने की तारीख बताए जाने पर तीखा तंज कसाहै। मुख्यमंत्री नेे कहा कि न्यायालय के आदेश पर मंदिर बन रहा है, राम वनपथ गमन बनाने हमें कोर्ट से आदेश नही मिला, फिर भी हम बना रहे है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम वोट की राजनीति नहीं करते, ये वोट के लिए इस तरह का काम करते है।
वहीं धर्मांतरण के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे पास भाजपा सरकार में बने चर्च की पूरी सूची है, उस समय चर्च बने तभी धर्मांतरण हुआ, भाजपा अब लड़ नहीं पा रही है, केवल धर्मांतरण और संप्रदायिकता दो ही मुद्दे की मास्टरी भाजपा को है, भाजपा कोई भी षड्यंत्र सफल नहीं होगा।