कवर्धा। जिले में पुलिस ने बकरी चोरी के एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश कर बड़ी सफलता हासिल की है। कुकदुर, पंडरिया और कवर्धा थाना क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों से रात के अंधेरे में बकरी चोरी की बढ़ती घटनाओं ने स्थानीय बकरी पालकों में दहशत पैदा कर दी थी। कवर्धा पुलिस ने इन वारदातों को गंभीरता से लेते हुए एक विशेष टीम गठित की, जिसने 24 घंटे के भीतर 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने चोरी की गई 16 बकरियों को बरामद करने के साथ-साथ चोरी में इस्तेमाल की गई मॉडिफाइड इनोवा गाड़ी को भी जब्त किया है। वहीं पुलिस ने आरोपियों का जुलूस भी निकाला है।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि यह गिरोह बिलासपुर जिले के मोपका, मंगला और मगरपारा क्षेत्रों से संचालित हो रहा था। आरोपी रात के समय कवर्धा जिले के दूरस्थ ग्रामीण इलाकों को निशाना बनाते थे। सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों की सूचना के आधार पर पुलिस ने पाया कि यह गिरोह अब तक 80 से अधिक बकरियों की चोरी कर चुका है। चोरी की गई बकरियों को बिलासपुर की मटन दुकानों में बेचा जाता था। गिरोह विशेष रूप से मॉडिफाइड इनोवा वाहन का उपयोग करता था, जिसे इस तरह डिज़ाइन किया गया था कि बड़ी संख्या में बकरियां आसानी से लादी जा सकें और लोगों की नजरों से बचा जा सके।
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के नाम अभी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं, लेकिन पुलिस ने बताया कि ये सभी बिलासपुर के रहने वाले हैं और पहले भी चोरी की घटनाओं में शामिल रहे हैं। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 16 बकरियां, मॉडिफाइड इनोवा वाहन और चोरी में इस्तेमाल किए गए अन्य उपकरण बरामद किए हैं। बरामद बकरियों को उनके मालिकों को सौंपने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जबकि शेष चुराई गई बकरियों की तलाश जारी है।
आरोपियों का निकाला गया जुलूस कवर्धा पुलिस ने इस मामले में कड़ा संदेश देने के लिए अनोखा कदम उठाया। गिरफ्तार आरोपियों को चोरी की बकरियां कंधे पर रखवाकर कवर्धा शहर में पैदल जुलूस निकाला गया। इस कार्रवाई का मकसद न केवल चोरों को शर्मिंदगी महसूस कराना था, बल्कि अन्य अपराधियों के मन में चोरी के प्रति डर पैदा करना भी था।