रायपुर : छत्तीसगढ़ के कोरबा जिला में ट्रांसपोर्ट नगर शिफ्टिंग की राजनीति एक बार फिर गरमा गयी है। बरबसपुर में ट्रांसपोर्ट नगर शिफ्टिंग करने को लेकर अड़े राजस्व मंत्री को अब उन्ही की पार्टी के 2 विधायकों ने गलत बताते हुए मुख्यमंत्री को लेटर लिखा हैं। दोनों विधायकों ने राजस्व मंत्री पर उनके निजी रिश्तेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए नियम विरूद्ध दबाव पूर्वक बरबसपुर में नया ट्रांसपोर्ट नगर बनाने का आरोप लगाकर अपने ही पार्टी के मंत्री पर सवाल खड़ा कर दिया हैं।
उधर राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने ट्रांसपोर्ट नगर शिफ्टिंग के नाम पर षड़यंत और राजनीति करने का आरोप लगाया हैं। उन्होने यहां तक कह दिया कि उनके लड़के व्यवसायी हैं, और ट्रांसपोर्ट नगर जहां भी बनेगा वहां व्यवासाजी जमीन खरीदते ही हैं। छत्तीसगढ़ में एक तरफ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के कोरबा दौरे के बाद चुनावी सरगर्मी बढ़ गयी हैं। अमित शाह के बायान के बाद छत्तीसगढ़ में बीजेपी और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी हैं।
वहीं छत्तीसगढ़ के कोरबा जिला में ही कांग्रेस पार्टी के विधायक और मंत्री एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। दरअसल पूरा मामला कोरबा शहर के बीचों-बीच स्थित ट्रांसपोर्ट नगर के शिफ्टिंग से जुड़ा हुआ हैं। प्रदेश के राजस्व मंत्री और शहर विधायक ट्रांसपोर्ट नगर को बरबसपुर में शिफ्टिंग को लेकर अड़े हुए हैं। लेकिन बरबसपुर के मसाहती गांव में होने के कारण जिला प्रशासन ने ट्रांसपोर्ट नगर को बरबसपुर में शिफ्ट करने में दिक्कत बताकर दूसरे स्थान की तलाश शुरू कर दी थी।
तब राजस्व मंत्री ने बरबसपर में राजस्व और निगम के अधिकारियों को बुलाकर जमकर फटकार लगाने के साथ ही बरबसपुर से ट्रांसपोर्ट की जगह कलेक्टर को जिले से शिफ्ट करने तक की बात कह दी थी। राजस्व मंत्री के इस बयान के बाद बीजेपी ने भी इस मामले में राजनीति करने के लिए मैदान में कूद गयी। बीजेपी के जिलाध्यक्ष राजीव सिंह ने बरबसपुर में राजस्व मंत्री के बेटो और रिश्तेदारों के नाम पर बड़े पैमाने पर जमीन होने के कारण बरबसपर में नया परिवहन नगर बनाने का दबाव बनाये जाने का आरोप लगाया गया।
ट्रांसपोर्ट नगर शिफ्टिंग के मामले को लेकर हुए आरोप प्रत्यारोप के बाद कुछ दिनों तक मामला शांत था। इसी बीच तानाखान विधायक माोहित राम केरकेट्टा और कटघोरा विधायक पुरषोत्तम कंवर ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर राजस्व मंत्री पर ही सवाल खड़ा कर दिया हैं। मोहित राम केरकेट्टा के लेटर पेड में लिखे इस पत्र में दोनों विधायकों ने 6 बिन्दुओं पर बरबसपुर में ट्रांसपोर्ट नगर शिफ्टिंग के गलत बताते हुए दूसरे स्थान पर ट्रांसपोर्ट नगर को शिफ्ट किये जाने का हवाला दिया गया हैं।
मुख्यमंत्री के नाम पर लिखे पत्र में सबसे पहले बिन्दु में दोनों विधायको ने लिखा हैं “माननीय राजस्व मंत्री अपने निजी रिश्तेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए नियम विरूद्ध दबावपूर्वक बरबसपुर में परिवहन नगर बनाना चाहते हैं। जिसकी पुष्टि समाचार पत्रों एवं राजस्व अभिलेख से होता हैं। कटघोरा और तानाखार विधायक के इस पत्र में बिन्दुवार मसाहती गांव, पर्यावरण नियम और एनजीटी का हवाला देकर टी.पी.नगर को बरबसपुर की जगह दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने की मांग मुख्यमंत्री से की गयी हैं।“
ध्यानाकर्षण के मामले में तानाखार विधायक ने कहा
तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा ने बताया कि…….“ट्रांसपोर्ट नगर कोरबा शहर की सबसे बड़ी समस्या हैं। बरबसपुर गांव मसाहती गांव होने के साथ ही पर्यावरण नियमों और एनजीटी के निमयों के तहत वहां ट्रांसपोर्ट नगर बनने में काफी दिक्कते हैं। इसलिए हमने मुख्यमंत्री को जल्द से जल्द ट्रांसपोर्ट नगर बरबसपुर की जगह दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने के लिए पत्र लिखा हैं। वही जब मोहितराम से विधानसभा में ध्यानाकर्षण लगाने के संबंध में जानकारी चाही गयी, तो उन्होने बताया कि हमने विधानसभा में ट्रांसपोर्ट नगर शिफ्टिंग के मामले को लगाया था। लेकिन वहां भी हमने बरबसपुर में ट्रांसपोर्ट नगर शिफ्टिंग को लेकर आ रही समस्या को लेकर उसे जल्द से जल्द दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने के लिए ध्यानाकर्षण लगाने की बात कही “।
राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने पलटवार करते हुए कहा मेरे लड़के …
बरबसपुर में नये टी.पी.नगर बनाये जाने को लेकर गरमायी राजनीति के बीच राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने सोमवार को मीडिया से चर्चा की। उन्होने ट्रांसपोर्ट नगर शिफ्टिंग के मुद्दे पर दो टूक कहा कि ट्रांसपोर्ट नगर के मामले में यहां के कुछ लोग षड़यंत्र और राजनीति कर रहे हैं। जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि….. टी.पी.नगर के मामले में किसी प्रकार की राजनीति नही होना चाहिए…..लोग किसी भी प्रकार का आरोप लगा देते हैं कि फलाने की जमीन है….इसलिए टीपी नगर वहां ले जाना चाहते हैं।
मेरी या मेरे परिवार की कोई एक इंच भी जमीन जब ट्रांसपोर्ट नगर का वहां प्रस्तावित हुआ 2016-17 में 2018 में मास्टर प्लॉन में जब पास हुआ…..राजपत्र में प्रकाशित हुआ, तो कोई भी जमीन मेरे या मेरे परिवार की या मेरे किसी रिेश्तेदार की कोई जमीन वहां नही थी। लेकिन क्यूकि मेरे लड़के भी व्यवसाय करते हैं……तो जहां भी ट्रांसपोर्ट नगर बनता हैं वहां हर आदमी, व्यापारी, ठेकेदार,ट्रांसपोर्टर हर आदमी चाहता हैं कि उसको भी दो-चार एकड़ जमीन मिले, ताकि 100-50 जो उसकी गाड़ियां-मशीने खड़ी करने की साधन उनको मिल सके।
अगर ये बात कहे तो वर्तमान टी.पी.नगर में भी मेरे पास कम से कम नई तो तीन एकड़ जमीन है, तो मैं अगर मेरी जमीन की कोई बात होती, तो मैं क्यों उसको शिफ्ट करने की बात करता।
ये सारे आरोप निराधार हैं…
राजस्व मंत्री के बयान से साफ हैं कि वो ट्रांसपोर्ट नगर को जल्द से जल्द बरबसपुर में शिफ्ट करने की मंशा रखते हैं। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के बाद अब उन्ही के पार्टी के तानाखार और कटघोरा विधायक ने टी.पी.नगर के मामले पर सीएम को पत्र लिखकर अपने ही मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया हैं। ऐसे में ये देखने वाली बात होगी कि कोरबा शहर से ट्रांसपोर्ट नगर शिफ्टिंग के मामले में समय रहते जनहित में कोई फैसला लिया जाता हैं, या फिर ये पूरा मामला एक बार फिर राजनीति की भेट चढ़ जायेगा, ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।