कई लोग व्रत रखते हैं और फलाहार का सेवन करते हैं. उपवास के दौरान लोग या तो बहुत तैलीय और मीठा खा लेते हैं या फिर शरीर में कमजोरी आ जाती है. ऐसे में पटना के आईजीआईएमएस की डाइटिशियन डॉक्टर पल्लवी ने बताया है कि यदि संतुलित तरीके से भोजन चुना जाए तो नौ दिन का व्रत ऊर्जा और सेहत दोनों बनाए रखने में मदद करता है.
कुट्टू में प्रोटीन और एंटीऑक्सिडेंट भरपूर: डॉ. पल्लवी के अनुसार व्रत में कुट्टू का आटा बेहद लाभकारी है. इसमें प्रोटीन, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स की प्रचुर मात्रा होती है. यह डायबिटीज मरीजों के लिए भी अच्छा माना जाता है क्योंकि इसमें शुगर की मात्रा शून्य होती है. कुट्टू से बनी पूरी, पराठा या चिल्ला लंबे समय तक पेट भरा रखती है.
सिंघाड़े का आटा, पोषण का खजाना: डॉ. पल्लवी ने बताया कि इसी तरह सिंघाड़े का आटा भी व्रत में अहम भूमिका निभाता है. यह ग्लूटेन-फ्री होने के साथ फाइबर, पोटैशियम, मैंगनीज, विटामिन बी6 और आयोडीन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है. इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा प्रदान करते हैं और एंटीऑक्सिडेंट्स शरीर को बीमारियों से बचाते हैं.
उपवास के दौरान, क्या खाएं?: डॉ. पल्लवी का कहना है कि व्रत में भी खाने का स्वाद और सेहत दोनों बनाए रखा जा सकता है. कुट्टू की पूरी या डोसा, सिंघाड़े के आटे का चीला, साबूदाने की खिचड़ी या वड़ा, राजगीरे की खीर, मखाने की खीर, समा के चावल का पुलाव या इडली जैसे व्यंजन बनाए जा सकते हैं. इसके अलावा पनीर, लौकी का पराठा, सूखे मेवों के लड्डू या खीर भी अच्छे विकल्प हैं. ये सभी रेसिपी न सिर्फ पौष्टिक होती हैं बल्कि उपवास में शरीर की आवश्यकताओं को पूरा करती हैं.
दिन की शुरुआत और हाइड्रेशन पर जोर: डॉ. पल्लवी ने बताया कि व्रत के दौरान हर दिन की शुरुआत गुनगुने नींबू पानी और रातभर भीगे हुए मेवों से करनी चाहिए. इससे पाचन बेहतर रहता है और शरीर हाइड्रेटेड रहता है. उन्होंने कहा कि शरीर में पानी की कमी न हो, इसके लिए दिनभर नारियल पानी, छाछ, हर्बल चाय या नींबू पानी का सेवन करना चाहिए.
संतुलित आहार जरूरी: व्रत के दौरान भी संतुलित डाइट का पालन करना जरूरी है. डॉ. पल्लवी बताती हैं कि ऊर्जा के लिए जटिल कार्बोहाइड्रेट जैसे समा के चावल, कुट्टू, राजगीरा और सिंघाड़े का आटा शामिल करें. हर भोजन में प्रोटीन के लिए पनीर, दही, दूध और मेवे जरूर लें. वहीं, हेल्दी फैट्स के लिए घी, नारियल तेल और भुने बीज अच्छे विकल्प हैं.
फल और सब्जियां भी शामिल करें: उन्होंने कहा कि व्रत में मौसमी फल जैसे तरबूज, केला, सेब, अनार और अंगूर जरूर खाने चाहिए. इसके साथ ही कच्ची सब्जियों और सलाद का सेवन भी किया जा सकता है ताकि शरीर को पर्याप्त एंटीऑक्सिडेंट्स और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स मिल सकें.