धमतरी:- पीजी कॉलेज में छात्र संघठन ने वाणिज्य विभाग के एचओडी को हटाने की मांग की.इसके बाद वाणिज्य विभाग के प्रमुख को हटाने का लिखित में आश्वासन मिलने के बाद एनएसयूआई ने अपना प्रदर्शन समाप्त किया. एनएसयूआई का कहना है कि वाणिज्य विभाग के प्रमुख ने विद्यार्थियों के साथ अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया है. साथ ही दुर्व्यवहार किया जाता है. जिसे लेकर विद्यार्थियों में नाराजगी है. इस मामले पीजी कॉलेज के प्राचार्य का कहना है कि वाणिज्य विभाग के प्रमुख को हटाने के लिए उच्च कार्यालय के पास पत्र भेजा गया है. फिलहाल अभी उन्हें एडमिशन कार्य से पृथक कर दिया गया है.
एचओडी की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह :
एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष ने बताया कि ऐसे शिक्षक जिनसे मार्गदर्शन और प्रेरुणा की अपेक्षा होती है यदि वे ही विद्यार्थियों के आत्मविश्वास को तोड़ने का कार्य करें तो संस्था की गरिमा एवं शैक्षणिक गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्न खड़े होते हैं. NSUI स्पष्ट रूप से यह मांग करते हुए वाणिज्य विभाग के प्रमुख को तत्काल प्रभाव से उनके पद से हटाया जाए और उनकी जगह किसी जिम्मेदार, संवेदनशील एवं योग्य व्यक्ति की नियुक्ति की जाए. मांग को गंभीरता से नहीं लिया गया था जिसके बाद NSUI ने प्रदर्शन किया.पीजी कॉलेज के प्रोफेसर ने बताया कि छात्रा के साथ दुर्व्यवहार का आरोप था. जिसके बाद एडमिशन कार्य के पद से हटा दिया गया है. और एचओडी पद से हटाने के लिए अपर संचालक को पत्र लिखा गया है.
एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने बताया कि 3 जुलाई को NSUI प्रतिनिधि मण्डल के साथ महाविद्यालय परिसर पहुंचे थे. जहां वाणिज्य विभाग प्रमुख के व्यवहार को लेकर विद्यार्थियों द्वारा की जा रही लगातार शिकायतों की प्रत्यक्ष पुष्टि हुई. एनएसयूआई के अनुसार छात्र-छात्राओं के साथ संबंधित विभाग प्रमुख द्वारा उनके साथ अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए अनुचित व्यवहार किया. छात्र हित में यह स्थिति पूरी तरह से अस्वीकार्य है.